Railway: रेलवे ने सुरंग बनाने के लिए स्विस कंपनियों से की साझेदारी, इन परियोजनाओं को पूरा करने का मिलेगा जिम्मा
Udhampur Srinagar Baramulla Rail Link रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गत नौ फरवरी को भाजपा के राज्यसभा सदस्य विजय पाल सिंह तोमर के सवाल के लिखित जवाब में उच्च सदन को बताया कि रेलवे क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के लिए स्विस परिसंघ के पर्यावरण परिवहन ऊर्जा और संचार (डीईटीईसी) के संघीय विभाग और रेल मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन विचाराधीन है।
पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने ऋषिकेश-कर्ण प्रयाग नई रेल लाइन और ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक समेत विभिन्न परियोजनाओं में सुरंग बनाने के काम के लिए स्विटजरलैंड की कंपनियों से साझेदारी की है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गत नौ फरवरी को भाजपा के राज्यसभा सदस्य विजय पाल सिंह तोमर के सवाल के लिखित जवाब में उच्च सदन को बताया कि रेलवे क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के लिए स्विस परिसंघ के पर्यावरण, परिवहन, ऊर्जा और संचार (डीईटीईसी) के संघीय विभाग और रेल मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन विचाराधीन है।
उन्नत तकनीक के क्षेत्रों में क्या उपाय किए?
तोमर ने यह भी जानना चाहा कि सरकार ने मौजूदा प्रौद्योगिकी के कुशल उपयोग के लिए अपने स्विस समकक्ष के साथ सहयोग करने के लिए विशेष रूप से 'हब एंड स्पोक मॉडल' और सुरंग बनाने के उन्नत तकनीक के क्षेत्रों में क्या उपाय किए है?
इन क्षेत्रों की पहचान की गई
इस पर रेल मंत्री ने स्विस कंपनियों से साझेदारी की बात कहते हुए बताया कि रोलिंग स्टॉक (रेल डिब्बे-इंजन), रेलवे बुनियादी ढांचा, रेल सुरक्षा, ट्रेन शेड्यूलिंग व परिचालन सुधार, नई प्रौद्योगिकी व नवाचार और अन्य सहयोगी क्षेत्रों की पहचान की गई है। 125 किमी लंबी ऋषिकेश-कर्ण प्रयाग परियोजना का विकास रेल विकास निगम लिमिटेड और ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला परियोजना का विकास इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन इंटरनेशनल लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।
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