Move to Jagran APP

Indian Railways: म्यांमार सीमा पर मणिपुर के मोरेह तक ट्रैक बिछाएगा रेलवे, जल्द ही भूटान तक जाएगी ट्रेन

भारतीय रेलवे अब म्यांमार सीमा पर मणिपुर के मोरेह तक ट्रैक बिछाएगा। इस परियोजना के दो साल में पूरी होने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा भूटान के लिए पहली रेल कनेक्टिविटी के लिए सर्वेक्षण शुरू हो गया है।

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Mon, 14 Nov 2022 06:29 PM (IST)
Hero Image
म्यांमार सीमा पर मणिपुर के मोरेह तक ट्रैक बिछाएगा रेलवे
गुवाहाटी, एएनआइ। मणिपुर (Manipur) के मोरेह (Moreh) में म्यांमार (Mynamar) की सीमाओं तक रेलवे लाइन बिछाने का सर्वेक्षण पूरा हो गया है और परियोजना औपचारिक रूप से स्वीकृत होने के दो साल से अधिक समय में समाप्त हो जाएगी। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ने यह जानकारी दी है।

ढाई साल में पूरी हो जाएंगी रेलवे लाइनें

महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ने कहा, 'जैसा कि कार्यों को मंजूरी दी जा रही है, मोरेह तक की रेलवे लाइनें दो से ढाई साल में पूरी हो जाएंगी। ये रेलवे पूर्वोत्तर क्षेत्र में भारतीय रेलवे के विस्तार का हिस्सा होंगे, जो रणनीतिक जरूरतों, पर्यटन और हर मौसम में संपर्क को बढ़ावा देगा।' उन्होंने बताया, 'इसके अलावा, करीमगंज (भारत) और शाहबाजपुर (बांग्लादेश) के बीच रेलवे लाइन मार्च 2023 तक पूरी हो जाएगी। अगरतला (भारत में) और अखौरा (बांग्लादेश में) के बीच की लाइनें 2023 तक पूरी हो जाएंगी।'

भूटान के लिए पहली रेल कनेक्टिविटी के लिए सर्वेक्षण शुरू

अंशुल गुप्ता ने बताया कि भूटान के लिए पहली रेल कनेक्टिविटी के लिए सर्वेक्षण शुरू किया गया है और मार्च 2023 तक पूरा हो जाएगा। एक बार काम स्वीकृत हो जाने के बाद, परियोजना को दो साल में पूरा किया जाएगा। पूर्वोत्तर भारत क्षेत्र में रेलवे को राज्यों की राजधानियों से जोड़ने पर उन्होंने कहा कि त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश की राज्यों की राजधानियों को अब तक जोड़ा गया है। अन्य तीन राज्यों में परियोजनाएं उन्नत चरण में हैं।

उन्होंने बताया कि सिक्किम में दिसंबर 2023 तक रंगपो तक काम पूरा हो जाएगा। मिजोरम में, सैरंग रेलवे लाइन परियोजना भी दिसंबर 2023 तक पूरी हो जाएगी। मणिपुर में, हम दिसंबर 2023 तक कैपिटल कनेक्टिविटी पूरा करने का लक्ष्य बना रहे हैं। नगालैंड की राजधानी कोहिमा में भी रेल संपर्क का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें: Railway/IRCTC अब यात्रा कराने के साथ लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में सस्ता इलाज भी दिलाएगा, जानें कैसे

महाप्रबंधक ने कहा, 'भूमि अधिग्रहण में कुछ देरी हुई थी... उम्मीद है कि मार्च 2026 तक राजधानी कोहिमा तक कनेक्टिविटी कार्य करना शुरू कर देगी।' मेघालय पर उन्होंने कहा कि स्थानीय छात्र संघों के विरोध के कारण भूमि अधिग्रहण एक मुद्दा है। गुप्ता ने कहा, 'परियोजना (मेघालय में) भूमि अधिग्रहण से संबंधित मुद्दों को हल करने के बाद शुरू की जाएगी।'

ये भी पढ़ें: Train Cancelled Today: रेलवे ने कैंसिल की 170 से अधिक ट्रेनें, यात्रा करने से पहले देख लें ये लिस्ट