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'भारतीय समुद्रयान 2025 अंत तक समुद्र तल की शोध के लिए होगा तैयार', केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने जताई उम्मीद

रिजिजू ने कहा कि जब आप समुद्रयान के बारे में बात कर रहे हैं तो आप समुद्र के अंदर छह किमी की गहराई तक जाने के मिशन के बारे में बात कर रहे हैं जहां प्रकाश भी नहीं पहुंच सकता। मिशन ठीक चल रहा है। परियोजना की समीक्षा की है और इस साल के अंत तक विज्ञानियों को पहला परीक्षण करने में सक्षम होना चाहिए।

By Agency Edited By: Babli Kumari Updated: Sun, 10 Mar 2024 06:55 PM (IST)
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केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ( फाइल फोटो )

पीटीआई, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि भारत को अगले साल के अंत तक विज्ञानियों को अपने समुद्रयान में छह किमी नीचे गहरे समुद्र के अध्ययन के लिए भेजने में सक्षम हो जाना चाहिए। भारत की गहरे समुद्र में मत्स्य 6000 का परीक्षण इस साल के अंत तक किया जा सकता है।

रिजिजू ने कहा कि जब आप समुद्रयान के बारे में बात कर रहे हैं, तो आप समुद्र के अंदर छह किमी की गहराई तक जाने के मिशन के बारे में बात कर रहे हैं, जहां प्रकाश भी नहीं पहुंच सकता। मिशन ठीक चल रहा है। परियोजना की समीक्षा की है और इस साल के अंत तक विज्ञानियों को पहला परीक्षण करने में सक्षम होना चाहिए। मुझे विश्वास है कि 2025 के अंत तक हमें अपने मानव दल को गहरे समुद्र में भेजने में सक्षम होना चाहिए।

साल 2021 में इस मिशन की हुई थी शुरुआत 

इस मिशन की शुरुआत 2021 में हुई थी। इसमें तीन सदस्यों के दल को भेजने के लिए डिजाइन मत्स्य 6000 का उपयोग कर मध्य हिंद महासागर में समुद्र तल तक पहुंचकर शोध करना है। यह सेंसर और उपकरणों से सुसज्जित होगा। इसकी परिचालन क्षमता 12 घंटे होगी। आपात स्थिति में इसे 96 घंटे तक बढ़ाया जा सकता है। अब तक अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और जापान जैसे देशों ने गहरे समुद्र में सफल मिशनों को अंजाम दिया है।

भारतीय मौसम पूर्वानुमान संस्थानों की परेशानी का यह है कारण

वहीं, रिजिजू फ्रांसीसी फर्म द्वारा भारतीय मौसम पूर्वानुमान संस्थानों को दो सुपर कंप्यूटरों की डिलीवरी में देरी से परेशान हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि फ्रांसीसी सरकार इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए कदम उठाएगी। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने अपने संस्थानों, नेशनल सेंटर फार मीडियम रेंज वेदर फोरकास्टिंग और इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इंडिया की कंप्यूटिंग क्षमताओं को बढ़ाने के लिए पिछले साल एटोस ग्रुप की फ्रांसीसी फर्म एविडेन से 100 मिलियन डालर के दो सुपर कंप्यूटर के आर्डर दिए थे। इसे दिसंबर में डिलीवर होना था।

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