Cervical Cancer : सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ भारतीय वैक्सीन उपलब्ध, कल किया जाएगा लॉन्च
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने एक साथ मिलकर सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) के खिलाफ भारत की पहली स्वदेशी वैक्सीन क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन (qHPV) विकसित किया है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह कल इस वैक्सीन को लॉन्च करेंगे।
By Sonu GuptaEdited By: Updated: Wed, 31 Aug 2022 05:22 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने एक साथ मिलकर सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) के खिलाफ भारत की पहली स्वदेशी वैक्सीन 'क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन (QHPV)' विकसित किया है। वैक्सीन एक सितंबर यानी कल लॉन्च की जाएगी।
केंद्रीय मंत्री करेंगे लॉन्च
केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जितेंद्र सिंह गुरुवार को इस वैक्सीन को लॉन्च करेंगे। नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन (NTAGI) और COVID कार्य समूह के अध्यक्ष डॉ एन के अरोड़ा ने कहा है कि भारत में निर्मित वैक्सीन को लॉन्च करना एक गौरवपूर्ण अनुभव है। उन्होंने कहा, ' भारत में निर्मित वैक्सीन को लॉन्च करना रोमांच से भरा हुआ है। मुझे इस बात की खुशी है कि हमारी बेटियां और पोतियां इस बहुप्रतीक्षित वैक्सीन को अब प्राप्त कर पाएंगी।
नौ से 14 साल की लड़कियों के लिए लॉन्च किया जाएगा टीकाकरण कार्यक्रम
डॉ अरोड़ा कहा, 'यह वैक्सीन लॉन्च किए जाने वाले अब तक के वैक्सीनों में से प्रमुख वैक्सीन है , जिसको कार्यक्रम में लॉन्च किया जाएगा। अब सर्वाइकल कैंसर के लिए भारतीय वैक्सीन भी उपलब्ध होंगे। मुझे उम्मीद है कि इस वैक्सीन को 9-14 साल की लड़कियों के लिए राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में लॉन्च किया जाएगा।'वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर पर प्रभावी
डॉ अरोड़ा बताया कि यह वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर पर बहुत प्रभावी है और यह वैक्सीन इस कैंसर को रोकता है। उन्होंने कहा कि 85 से 90 प्रतिशत मामलों में सर्वाइकल कैंसर वायरस से होता है। यह वैक्सीन वायरस के खिलाफ है। अगर इस वैक्सीन को हम अपने छोटे बच्चों और बेटियों को लगाते हैं तो वह इसके संक्रमण से सुरक्षित रहेंगे और हो सकता है कि देश में 30 साल के बाद कैंसर ना हो।
वैक्सीन की कमी को पूरा करेगा भारत में निर्मित टीका
डॉ अरोड़ा ने कहा कि दुनिया भर के बाजार में इस वैक्सीन की कमी थी। हालांकि अब भारतीय वैक्सीन आ गई है। भारतीय वैक्सीन के आने से अब हम अपनी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगे।