अदन की खाड़ी में जहाज पर हुआ हमला, तो देवदूत बना INS कोलकाता; चालक दल के 21 सदस्यों को बचाया
अदन की खाड़ी में मिसाइल हमले का शिकार बने बारबाडोस का ध्वज लगे एक मालवाहक जहाज के 21 चालक दल सदस्यों को भारतीय युद्धपोत आईएनएस कोलकाता ने बचा लिया है। यह ताजा घटना हाउती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में विभिन्न व्यापारिक जहाजों पर हमलों को लेकर बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच हुई। माना जा रहा है कि मालवाहक पर कथित रूप से ड्रोन या मिसाइल से हमला किया गया था।
पीटीआई, नई दिल्ली। अदन की खाड़ी में मिसाइल हमले का शिकार बने बारबाडोस का ध्वज लगे एक मालवाहक जहाज के 21 चालक दल सदस्यों को भारतीय युद्धपोत आईएनएस कोलकाता ने बचा लिया है। चालक दल के इन सदस्यों में एक भारतीय भी है।
नौसेना का बयान आया सामने
नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने गुरुवार को बताया कि बारबाडोस का ध्वज लगे मालवाहक जहाज एमवी ट्रू कॉन्फिडेंस पर बुधवार को अदन के दक्षिण पश्चिम में लगभग 55 समुद्री मील की दूरी पर कथित रूप से ड्रोन या मिसाइल से हमला किया गया था। इससे जहाज पर आग लग गई थी और चालक दल के कुछ सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। लिहाजा चालक दल के सदस्य जीवनरक्षक नौकाओं पर सवार होकर जहाज से उतर गए थे।
चालक दल के 21 सदस्यों को बचाया गया
अदन की खाड़ी में समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात आईएनएस कोलकाता शाम को तकरीबन 4:45 बजे घटनास्थल पर पहुंचा और जहाज पर तैनात हेलीकॉप्टर व नौकाओं के जरिये चालक दल के सभी 21 सदस्यों को बचा लिया। भारतीय युद्धपोत पर मौजूद मेडिकल टीम ने घायल चालक दल सदस्यों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई और उन्हें जिबूती पहुंचा दिया।यह ताजा घटना हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में विभिन्न व्यापारिक जहाजों पर हमलों को लेकर बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच हुई है। पिछले कुछ हफ्तों में भारतीय नौसेना ने पश्चिमी हिंद महासागर में हमले के शिकार कई व्यापारिक जहाजों की सहायता की है। आईएनएस कोलकाता ने अभी मंगलवार सुबह ही लाइबेरिया का ध्वज लगे जहाज एमएससी स्काई-2 पर हुए हमले के बाद उसके 23 चालक दल सदस्यों को बचाया था जिनमें 13 भारतीय नागरिक थे।
यह भी पढ़ें: लाल सागर में डूबा पहला मालवाहक जहाज, हूती विद्रोहियों ने पिछले हफ्ते बनाया था रूबीमार को निशाना