सऊदी में 14 माह की 'गुलामी' के बाद घर पहुंची भारतीय महिला
जेसिंता अब चाहती हैं कि प्रशासन उनके साथ धोखाधड़ी करने वाली भर्ती एजेंसी के खिलाफ सख्त कदम उठाए।
मंगलुरु, प्रेट्र। कर्नाटक के उडुपी जिले की रहने वाली जेसिंता मेंडोंसा (42) सऊदी अरब में करीब 14 महीने तक गुलामों सरीखा जीवन बिताने के बाद भारत लौट आईं। मानव तस्करी का शिकार हुईं जेसिंता को कतर में अच्छी नौकरी का लालच देकर बिना बताए सऊदी अरब भेज दिया गया था।
उडुपी में संवाददाताओं से मुखातिब जेसिंता ने बताया कि उसे सऊदी अरब के यानबू में घरेलू नौकरानी के काम के लिए मजबूर किया गया। उसका मालिक दिन-रात अपने तीन घरों में उससे काम करवाता था। मालिक के बच्चे उसे 'गड्डमा' यानी गुलाम कहकर बुलाते थे। उसके साथ जानवरों से भी बुरा व्यवहार किया जाता था। उसे घर में कैद करके रखा जाता था। पिछले साल नवंबर में उसने भागने की कोशिश की तो पुलिस ने उसे पकड़कर फिर मालिक के घर छोड़ दिया।
जेसिंता अब चाहती हैं कि प्रशासन उनके साथ धोखाधड़ी करने वाली भर्ती एजेंसी के खिलाफ सख्त कदम उठाए। जेसिंता की भारत वापस लौटने में मदद उडुपी की ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन फाउंडेशन ने की। फाउंडेशन के सदस्य रविंद्र शानबाग ने बताया कि काफी प्रयासों के बाद सऊदी अरब के एनआरआइ फोरम की मदद से वह सऊदी में जेसिंता के नियोक्ता का पता लगा पाए।
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