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Bharat Jodo Abhiyan: राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर भारतीय युवा कांग्रेस ने शुरू किया 'भारत जोड़ो' अभियान

Bharat Jodo Abhiyan भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर 21 मई से भारत जोड़ो अभियान का शुभारंभ किया गया। तालकटोरा स्टेडियम में किए गए भव्य कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के कई बड़े और दिक्कत नेता मौजूद रहे।

By Ashisha RajputEdited By: Updated: Sat, 21 May 2022 03:41 PM (IST)
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तालकटोरा स्टेडियम में 'भारत जोड़ो' अभियान का शुभारंभ किया गया।

नई दिल्ली, एजेंसियां। भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) ने एक नए अभियान की शुरुआत कर दी है। बता दें कि 21 मई, शनिवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर 'भारत जोड़ो' अभियान का भव्य शुभारंभ किया गया। इस भव्य कार्यक्रम के दौरान राजीव गांधी के जीवन और प्रतिभा खोज कार्यक्रमों पर आधारित रक्तदान शिविर, फोटोग्राफी प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया गया। राजीव क्रांति भारत जोड़ो अभियान की शुरुआत करने के लिए इस कार्यक्रम में कांग्रेस के कई बड़े नेता भी मौजूद रहे, जिसमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय माकन, पवन कुमार बंसल, अलका लांबा, मनोज त्यागी व अन्य शामिल हुए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी 31 वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस बीच पूर्व प्रधान मंत्री को याद करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मेरे पिता एक दूरदर्शी नेता थे, जिनकी नीतियों ने आधुनिक भारत को आकार देने में मदद की। वायनाड के सांसद ने ट्विटर पर कहा कि वह एक करुणामय और दयालु व्यक्ति थे। मेरे और प्रियंका के लिए एक अद्भुत पिता थे, जिन्होंने हमें क्षमा और सहानुभूति का मूल्य सिखाया। मुझे उनकी बहुत याद आती है और हम दोनों ने साथ में बिताए समय को प्यार से याद किया है।

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी के वीर भूमि में राजीव गांधी की 31वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और सचिन पायलट ने भी दिल्ली के वीर भूमि पर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी।

राजीव गांधी ने 1984 में अपनी मां और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस की कमान संभाली थी। अक्टूबर 1984 में पदभार ग्रहण करने के बाद वह 40 वर्ष की आयु में भारत के सबसे युवा प्रधान मंत्री बने। 21 मई, 1991 को तमिलनाडु में चुनाव प्रचार के दौरान उनकी हत्या कर दी गई।