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मध्य प्रदेश में देश का पहला गो-अभयारण्य

गायों की नस्ल से लेकर दूध, गोबर और मूत्र तक पर होगा शोध... 11 गायों की पूजा के साथ हुई शुरुआत।

By Srishti VermaEdited By: Updated: Thu, 28 Sep 2017 08:33 AM (IST)
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मध्य प्रदेश में देश का पहला गो-अभयारण्य

सुसनेर (नईदुनिया)। मध्य प्रदेश में देश के पहले गो-अभयारण्य का शुभारंभ बुधवार को 11 गायों की पूजा के साथ हुआ। यहा गायों की नस्ल से लेकर दूध, गोबर व मूत्र तक पर शोध होगा। दवाएं भी बनेंगी। आगर-मालवा जिले की सुसनेर तहसील से 20 किमी दूर सालरिया गांव में 472 हेक्टेयर क्षेत्र में बने इस गो-अभयारण्य का भूमिपूजन 5 साल पहले हुआ था। इसकी क्षमता करीब छह हजार गायों की है। इसे बनाने में 31 करोड़ रुपये की लागत आई है।

अभयारण्य में आवारा, बीमार, दूध नहीं देने वाले मवेशी भी रखे जाएंगे और उनका संरक्षण भी किया जाएगा। बिजली कंपनी, पीडब्ल्यूडी, पीएचई, मत्स्य, वन, सौर ऊर्जा व कृषि समेत नौ विभागों की देखरेख में प्रस्ताव बने और अभयारण्य बनाने की शुरुआत हुई। चारागाह विकास और जंगल विकास के कार्य में वन विभाग, अनुसंधान केंद्र में पशु चिकित्सा विभाग के साथ ही कृषि उद्यानिकी विभाग भी जुड़ा है। छह माह के लिए भूसे की व्यवस्था भी कर ली गई है। गायों के लिए 24 शेड तैयार हो चुके हैं।

देखभाल के लिए 85 कर्मचारियों को ठेके पर रखा गया है। यहां शाजापुर, आगर, राजगढ़ समेत कई जिलों से गायें लाई जा चुकी हैं। ज्यादातर बेसहारा व वृद्ध हैं। अभ्यारण्य के प्रभारी और पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर एसबी कोसरवाल के मुताबिक, तीन पशु चिकित्सक और छह सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी पदस्थ हो चुके हैं। 17 में से सात पद अभी खाली हैं। इनमें अनुसंधान केंद्र के लिए वैज्ञानिक व सहायक वैज्ञानिक आदि की नियुक्ति होनी है।

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