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    देश के छात्र पढ़ेंगे ऑपरेशन सिंदूर की गौरव गाथा, NCERT जल्द लाएगा स्पेशल मॉड्यूल

    जागरण ब्यूरो के अनुसार शिक्षा मंत्रालय और एनसीईआरटी ने स्कूलों में बच्चों को अंतरिक्ष मिशन (जैसे चंद्रयान) और आपरेशन सिंदूर जैसी वीर गाथाओं से परिचित कराने की एक पहल की है। यह मॉड्यूल दो स्तरों में तैयार किया गया है कक्षा 3 से 8 और कक्षा 9 से 12। मॉड्यूल में अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की कहानियाँ और भारत की सैन्य शक्ति के किस्से शामिल होंगे।

    By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Sat, 26 Jul 2025 09:45 PM (IST)
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    देश के छात्र ऑपरेशन सिंदूर के जरिए देश की वीरता का कहानी को पढ़ेंगे।(फोटो सोर्स: सोशल मीडिया)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अब अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला सहित चंद्रयान और दूसरे अंतरिक्ष मिशनों की कहानी को पढ़कर जहां अपने सपनों को एक नई उड़ान देंगे,वहीं ऑपरेशन सिंदूर के जरिए देश की वीरता का कहानी को पढ़कर भारतीय होने पर गर्व महसूस करेंगे।

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    बच्चों में स्कूली स्तर पर इस बीज को रोपने के लिए शिक्षा मंत्रालय और एनसीईआरटी ने एक बड़ी पहल की है। जिसके तहत स्कूलों में पढ़ने वाले सभी बच्चों को पाठ्यक्रम के अतिरिक्त इन कहानियों को एक माड्यूल के रूप में पढ़ाया जाएगा।

    मॉड्यूल को दो स्तरों में तैयार किया गया

    शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक स्कूलों के स्तर को देखते हुए इस माड्यूल को दो स्तरों में तैयार किया जाएगा। पहला स्तर स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा तीन से आठवीं तक के बच्चों को ध्यान में रखकर तैयार की जाएगी, जबकि दूसरा स्तर नौवीं से 12वीं कक्षा के बच्चों के ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा।

    सूत्रों के मुताबिक यह माड्यूल आठ से दस पन्नों का होगा। जिसमें अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा सहित चंद्रयान व हाल ही में भारत के दूसरे स्पेस मिशन का कहानियां शामिल होगी।

    वहीं ऑपरेशन सिंदूर में देश की सैन्य शक्ति व पाकिस्तान को कैसे धूल चटाई गई है, उसके किस्से शामिल होंगे। गौरतलब है कि अब एनसीईआरटी की ओर से स्कूली बच्चों के लिए इसी तरह से मिशन लाइफ, सड़क सुरक्षा व विभाजन की विभीषका आदि के मॉड्यूल भी तैयार किए जा चुके है। 

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