पटरी का रख-रखाव करने वाले कर्मियों को दी जाए इंसुलेटेड पानी की बोतल, रेलवे बोर्ड ने सभी जोन को लिखा पत्र
रेलवे बोर्ड ने भीषण गर्मी को देखते हुए अपने सभी जोन और उत्पादन इकाइयों से पटरी के रख-रखाव का कार्य करने वाले कर्मियों को दो लीटर क्षमता की इंसुलेटेड पानी की बोतल उपलब्ध कराने को कहा है। रेलवे बोर्ड द्वारा सभी जोन और उत्पादन इकाइयों को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि पानी की बोतल दो लीटर क्षमता की होनी चाहिए।
पीटीआई, नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड ने भीषण गर्मी को देखते हुए अपने सभी जोन और उत्पादन इकाइयों से पटरी के रख-रखाव का कार्य करने वाले कर्मियों को दो लीटर क्षमता की इंसुलेटेड पानी की बोतल उपलब्ध कराने को कहा है। इंसुलेटेड बोतल में रखा गया पेय पदार्थ एक निश्चित अवधि तक ठंडा या गर्म रहता है।
दो लीटर क्षमता की होनी चाहिए पानी की बोतल
रेलवे बोर्ड द्वारा सभी जोन और उत्पादन इकाइयों को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि पानी की बोतल दो लीटर क्षमता की होनी चाहिए। बोतल 'इंसुलेटेड' होनी चाहिए ताकि उसमें पानी पांच से छह घंटे तक ठंडा रह सके। ऑल इंडिया रेलवे ट्रैक मेंटेनर्स यूनियन (एआइआरटीयू) ने इस फैसले का स्वागत किया है। हालांकि उसने कहा है कि इस संबंध में पत्र नौ अप्रैल को जारी किया गया था, लेकिन पानी की बोतलों का वितरण अभी तक शुरू नहीं हुआ है।