'स्मगलिंग नेटवर्क के मास्टमांइड को पकड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग जरूरी' वित्त मंत्री ने दी सख्त कदम उठाने की सलाह
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि स्मगलिंग नेटवर्क के मास्टमांइड को पकड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि अवैध कारोबार का दशकों से जो रुख दिख रहा है उसे देखते हुए इस बात की जानकारी हम सबको हैं कि इस अवैध कारोबार के पीछे कौन है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि वैश्विक स्तर के स्मगलिंग नेटवर्क के मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए सरकारों के स्तर पर आपसी सहयोग जरूरी है और तभी अवैध कारोबार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।
सोमवार को प्रवर्तन संबंधी मामलों में वैश्विक सहयोग पर आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए सीतारमण ने कहा कि अवैध व्यापार के नेटवर्क पर रोक के लिए सीमा शुल्क विभाग को आपस में सूचनाओं का आदान-प्रदान कर उस पर कार्रवाई को भी सुनिश्चित करना चाहिए।
सम्मेलन में शामिल हुए 40 से अधिक देश
इस सम्मेलन में 40 से अधिक देशों के सीमा शुल्क के प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। सीतारमण ने कहा कि पिछले 50-60 सालों में अवैध कारोबार या स्मगलिंग का तरीका नहीं बदला है और अब भी मुख्य रूप से बहुमूल्य धातु, दवा, जंगल व समुद्र की सुरक्षित चीजों की स्मगलिंग हो रही है।
अवैध कारोबार पर क्या बोलीं सीतारमण
अवैध कारोबार के दायरे में किसी नए सेक्टर को शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अवैध कारोबार का दशकों से जो रुख दिख रहा है उसे देखते हुए इस बात की जानकारी हम सबको हैं कि इस अवैध कारोबार के पीछे कौन है। हमें विश्व सीमा शुल्क संगठन के साथ मिलकर आपस में सहयोग करना चाहिए ताकि इस अवैध कारोबार के पीछे कि दिमाग का हम पर्दाफाश कर सके।
'सभी सरकार को स्मगलिंग को रोकने के तरीके को जानना जरूरी'
सीतारमण ने कहा कि सीमा शुल्क विभाग के सचेत करने की वजह से अवैध कारोबारियों को दिक्कतें हो रही हैं और सीमा शुल्क विभाग ने स्मगलिंग होने वाली कई वस्तुओं की रिकवरी की है। उन्होंने कहा कि सभी सरकार को स्मगलिंग को रोकने के तरीके को जानना जरूरी है।
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