किसी को बिग डैडी तो किसी को मिला मछली नाम, भारत के इन बाघ और बाघिन के बारे में कितना जानते है?
प्रोजेक्ट टाइगर (Project Tiger) पहल से ही यह संभव हो पाया है कि आज दुनिया के 70 फीसदी बाघों (International Tiger Day 2023) का घर भारत है। हाल ही भारत ने 7 बिग कैट एलायंस के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय बिग कैट एलायंस लॉन्च किया है। इसकी जानकारी पीएम (PM Modi) ने कल यानी 28 जुलाई को जी20 (G-20) पर्यावरण और जलवायु स्थिरता मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए दी।
By Nidhi AvinashEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sat, 29 Jul 2023 07:51 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। International Tiger Day 2023: भारत में 'एक था टाइगर' के साथ शुरू होकर 'टाइगर जिंदा है' तक का सफर असल जिंदगी में पूरा होता जा रहा है। ये बात 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट के जरिए कहा था। इसके साथ ही उन्होंने ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन 2018 की एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें उन्होंने देश में बाघों की आबादी को लेकर कहा था कि केवल टाइगर जिंदा है, से काम नहीं चलेगा। बाघ संरक्षण से जुड़े जो प्रयास हैं उनका और विस्तार होना चाहिए, उनकी गति और तेज की जानी चाहिए।
'प्रोजेक्ट टाइगर' पहल से ही यह संभव हो पाया है कि आज दुनिया के 70 फीसदी बाघों का घर भारत है। हाल ही भारत ने 7 बिग कैट एलायंस के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय बिग कैट एलायंस लॉन्च किया है। इसकी जानकारी पीएम ने कल यानी 28 जुलाई को जी20 पर्यावरण और जलवायु स्थिरता मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए दी।पीएम मोदी ने बताया की यह एक अग्रणी संरक्षण पहल, प्रोजेक्ट टाइगर से मिली हमारी सीख पर आधारित है। प्रोजेक्ट टाइगर के परिणामस्वरूप, दुनिया के 70% बाघ भारत में पाए जाते हैं। भारत न केवल प्रोजेक्ट टाइगर बल्कि प्रोजेक्ट लायन और प्रोजेक्ट डॉल्फिन पर भी काम कर रहा है।
मध्य प्रदेश में बाघों की संख्या सबसे ज्यादा
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस को लेकर केंद्र सरकार ने देशभर में बाघों की संख्या को लेकर आंकड़े जारी किए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक, मध्य प्रदेश के टाइगर स्टेट का दर्जा अब भी बरकरार बना हुआ है। इस राज्य में 785 बाघ हैं। इसकी संख्या पिछले आंकड़ों से 259 ज्यादा हैं। 2020 के बाद से इनकी संख्या में तेजी आई है। पहले नंबर में मध्य प्रदेश के बाद दूसरे और तीसरे नंबर पर कर्नाटक 563 और उत्तराखंड 560 बाघ है।
किस राज्य में कितने बाघ?
- केंद्र सरकार ने 2006 से लेकर 2022 तक के बाघों के आंकड़े जारी किए हैं। इसमें मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक,महाराष्ट्र और तमिलनाडु राज्यों के नाम शामिल है।
- मध्य प्रदेश- जंगल के राजा बाघों की संख्या 526 से बढ़कर 785 हो गई। इनकी संख्या चार वर्षों में बढ़कर इतनी हुई है।
- उत्तराखंड- बाघों की संख्या बढ़ने के हिसाब से उत्तराखंड दूसरे स्थान पर बना हुआ है। यहां 2006 से अब तक 384 बाघ बढ़े हैं।
- कर्नाटक- कर्नाटक बाघों की संख्या बढ़ने के मामले में तीसरे स्थान पर है। यहां 563 बाघ है।
- महाराष्ट्र- महाराष्ट्र चौथे नंबर पर है। यहां 444 बाघ है।
- तमिलनाडु- तमिलनाडु पांचवे नंबर पर है। यहां 306 बाघ है।
- भारत में बाघ 19 राज्यों में पाए जाते हैं। हमारे देश में आज 53 टाइगर रिजर्व हैं, जिनमें से कुछ हाल ही में जोड़े गए हैं।
इन 13 देशों में पाए जाते हैं बाघ
- बांग्लादेश
- भूटान
- कंबोडिया
- चीन
- भारत
- इंडोनेशिया
- लाओस
- मलेशिया
- म्यांमार
- नेपाल
- रूस
- थाईलैंड
- वियतनाम
भारत का सबसे बड़ा नर बाघ कौन सा?
भारत का सबसे बड़ा बाघ वाघदोह था, जिसकी मौत पिछले साल हो गई। यह स्कारफेस या बिग डैडी के नाम से भी जाना जाता था। यह भारत का सबसे बड़ा नर बाघ था। ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व में पाए जाने वाले वाग्दोह बाघ का वजन लगभग 300 किलोग्राम था और इसलिए यह ताडोबा के राजा के रूप में जाना जाता था।क्वीन ऑफ रणथम्भौर
मछली के नाम से प्रसिद्ध 'मछली' बाघिन भारत की सबसे शक्तिशाली बाघिन थी, जिसकी मौत 18 अगस्त, 2016 में हुई। यह बंगाल की बाघिन थी जो रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में रहती थी। यह देश की पहली ऐसी बाघिन थी, जिसके सबसे ज्यादा फोटो लिए गए। इसे लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड भी मिला है। 2013 में डाक विभाग ने मछली के नाम से टिकट भी जारी किया था।
पूरे देश में सफेद बाघ मोहन के वंशज
भारत में सबसे पहला सफेद शेर मध्य प्रदेश के रीवा में पाया गया था,इसलिए इस राज्य को सफेद शेरों की नगरी कहा जाता है। सामान्य बाघों की तुलना में सफेद बाघ की आंखों का कलर नीला होता है। इस समय पूरे देश में सफेद बाघ मोहन के वंशज हैं।अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
भारत के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या सबसे अधिक है।
गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तमोर पिंगला वन्यजीव रिजर्व भारत का 53वां बाघ रिजर्व है।
मध्य प्रदेश राज्य में सबसे अधिक बाघ और बाघ रिजर्व हैं।