ऑटिज्म के आकलन के लिए आज से होगी अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला की शुरुआत, देश-विदेश के प्रतिभागी लेंगे हिस्सा
इस कार्यक्रम का मु्ख्य उद्देश्य आईएसएए टूल के उपयोग में पेशेवरों को प्रशिक्षण प्रदान करना है। ऑटिज्म मूल्यांकन के लिए भारत सरकार द्वारा अनुमोदित परीक्षणों में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त आईएसएए का उपयोग न केवल देश के भीतर बल्कि पूरे एशिया प्रशांत क्षेत्र में पेशेवरों द्वारा किया जाता है। यह पेशेवरों को ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों की बेहतरी में योगदान करने के लिए सशक्त बनाता है।
By AgencyEdited By: Mohammad SameerUpdated: Mon, 11 Dec 2023 06:30 AM (IST)
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय पैमाने (आईएसएए) पर ऑटिज्म के आकलन के लिए दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन 11 और 12 दिसंबर, 2023 को डीएआईसी, नई दिल्ली में होगा। नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द एम्पावरमेंट ऑफ पर्सन्स विद इंटेलेक्चुअल डिसएबिलिटीज (दिव्यांगजन), सिकंदराबाद द्वारा यह आयोजन किया जा रहा है।
इस अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में देश और विदेशों से विविध भागीदारी होगी। मौजूदा समय में, भारत से 82 और संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, न्यूजीलैंड, कुवैत, अबू धाबी, दुबई, बांग्लादेश और भूटान सहित 9 देशों के 18 प्रतिभागियों ने इस ज्ञानवर्धक सभा में भाग लेने के लिए पहले ही पंजीकरण करा लिया है।
कार्यक्रम का उद्देश्य
राजधानी में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम का मु्ख्य उद्देश्य एनआईईपीआईडीद्वारा विकसित एक अग्रणी मूल्यांकन पद्धति आईएसएए टूल के उपयोग में पेशेवरों को प्रशिक्षण प्रदान करना है।ऑटिज्म मूल्यांकन के लिए भारत सरकार द्वारा अनुमोदित परीक्षणों में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त, आईएसएए का उपयोग न केवल देश के भीतर बल्कि पूरे एशिया प्रशांत क्षेत्र में पेशेवरों द्वारा किया जाता है। एक ओपन-सोर्स टूल के रूप में, यह पेशेवरों को ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों की बेहतरी में योगदान करने के लिए सशक्त बनाता है।
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