'योग इकोनॉमी को बढ़ते देख रही दुनिया', अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 10 साल की ऐतिहासिक यात्रा पर क्या बोले PM मोदी?
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने श्रीनगर में योगाभ्यास किया। योग करने के बाद उन्होंने अपना संबोधन दिया। प्रधानमंत्री ने योग के महत्व पर जोर डालते हुए कहा कि योग से नए अवसर पैदा हुए हैं। योग केवल विद्या नहीं बल्कि विज्ञान है। योग से एकाग्रता बढ़ती है। योग पर अब रिसर्च हो रही है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विश्व आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2024) मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (SKICC) में योगाभ्यास किय। 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पीएम मोदी ने वज्रासन से लेकर बलासन, भुजंगासन, शलभासन और उत्तानपादासन तक योग की कई क्रियाएं कीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे कश्मीर आने का सौभाग्य मिला है। हमें योग से जो शक्ति मिलती है, मैं श्रीनगर में उसे महसूस कर रहा हूं। मैं देश के सभी लोगों और दुनिया के कोने-कोने में योग करने वालों को कश्मीर की धरती से योग दिवस की बधाई देता हूं अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 10 वर्ष की ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर चुका है।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi leads a Yoga session at Sher-i-Kashmir International Conference Centre (SKICC) in Srinagar on J&K, on International Day of Yoga. pic.twitter.com/9e5KveJWUl
— ANI (@ANI) June 21, 2024
'177 देशों ने किया योग का समर्थन'
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा," मैंने 2014 में संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था। भारत के उस प्रस्ताव का 177 देशों ने समर्थन किया था, जो अपने-आप में एक रिकॉर्ड था। तब से योग दिवस लगातार नए रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। 2015 में दिल्ली में कर्तव्य पथ पर 35 हजार लोगों ने एक साथ योग किया।"
'योग पर हो रही रिसर्च'
पीएम मोदी ने कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा,"जम्मू कश्मीर योग-साधना की भूमि है। इससे उत्पादकता और सहनशक्ति बढ़ती है। योग से नए अवसर पैदा हुए हैं। योग केवल विद्या नहीं बल्कि विज्ञान है। योग से एकाग्रता बढ़ती है। योग पर अब रिसर्च हो रही है। योग टूरिज्म का नया ट्रेंड बन गया है।