जी ग्रुप पर नियंत्रण की कोशिश कर रहा इंवेस्को, सुभाष चंद्रा ने लगाया बड़ा आरोप
जी के मानद चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने कहा है कि इंवेस्को चाहे तो कंपनी के 75 फीसद शेयरधारकों के लिए ओपन आफर लाए और कंपनी पर कब्जा कर ले। जी लिमिटेड में इंवेस्को की करीब 18 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। एंटरटेनमेंट कंपनी जी एंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज लिमिटेड के मानद चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने आंशिक शेयरधारक इंवेस्को की हालिया गतिविधियों को कंपनी पर अनुचित तरीके से कब्जा करने की कोशिश करने वाला करार दिया है। उन्होंने इंवेस्को से कहा कि अगर वह चाहे तो कंपनी के 75 फीसद शेयरधारकों के लिए ओपन आफर लाए और कंपनी पर कब्जा कर ले। उसकी मौजूदा गतिविधियां गैरकानूनी हैं। चंद्रा ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे किसका हाथ है और वे क्या चाहते हैं। लेकिन यह पक्का है कि वे कंपनी को अस्थिर करना चाहते हैं।
अमेरिका की निवेश कंपनी इंवेस्को पिछले कुछ समय से जी लिमिटेड की असाधारण आमसभा (ईजीएम) बुलाने पर जोर दे रही है। जी लिमिटेड में उसकी करीब 18 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वह कंपनी के एमडी पुनीत गोयनका को हटाने और जी के बोर्ड में अपने एक प्रतिनिधि को लाने समेत कई अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए ईजीएम पर तुली है। यह मामला नेशनल कंपनी ला ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) से होते हुए नेशनल कंपनी ला अपीलेट ट्रिब्यूनल (एनक्लैट) तक पहुंच गया है। एनक्लैट में इस मामले की अगली सुनवाई गुरुवार को होनी है।
चंद्रा ने इंवेस्को से कहा कि वह सिर्फ 18 प्रतिशत की शेयरधारक है, जी का मालिक नहीं है। उसे देश के कानून का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि जी एंटरटेनमेंट और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स के विलय की शर्त में यह शामिल है कि गोयनका कम से कम पांच वर्षो तक नई कंपनी के प्रमुख बने रहेंगे। इंवेस्को पुनीत गोयनका को हटाना नहीं, बल्कि जी पर गैरकानूनी तरीके से कब्जा करना चाहती है।