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आयरन की गोली खाकर अस्पताल पहुंचे आधा दर्जन बच्चे

गुड़गांव, जागरण संवाद केंद्र। स्वास्थ्य विभाग के वीकली आयरन और फोलिक एसिड दवा खिलाए जाने की शुरुआत ने ही बच्चों को बीमार कर दिया। आयरन की दवा खाने के बाद पेट में दर्द और चक्कर आने की शिकायत के कारण गुड़गांव के सामान्य अस्पताल और पटौदी अस्पताल में छह बच्चों को भर्ती कराना पड़ा। इन बच्चों के अलावा लगभग विभ्ि

By Edited By: Updated: Mon, 22 Jul 2013 06:58 PM (IST)
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गुड़गांव, जागरण संवाद केंद्र। स्वास्थ्य विभाग के वीकली आयरन और फोलिक एसिड दवा खिलाए जाने की शुरुआत ने ही बच्चों को बीमार कर दिया।

आयरन की दवा खाने के बाद पेट में दर्द और चक्कर आने की शिकायत के कारण गुड़गांव के सामान्य अस्पताल और पटौदी अस्पताल में छह बच्चों को भर्ती कराना पड़ा। इन बच्चों के अलावा लगभग विभिन्न स्कूलों ने लगभग दो दर्जन बच्चों के पेट में दर्द और चक्कर की शिकायत आई है। सिविल सर्जन डा. पुष्पा बिश्नोई ने एक दर्जन बच्चों की दवा के खाने के बाद तबीयत बिगड़ने संबंधी रिपोर्ट की तस्दीक की है।

सूबे में सभी सरकारी स्कूलों के छठी से 12वीं कक्षा के बच्चों को सोमवार से साप्ताहिक आयरन और फोलिक एसिड की दवा दिए जाने का कार्यक्रम शुरू हुआ। जिले के सभी सरकारी स्कूलों में छठीं से बारहवीं कक्षा के 67 हजार बच्चों को दवा स्कूलों में उपलब्ध कराई जानी थी। सिकंदरपुर बड़ा राजकीय उच्च विद्यालय में आयरन की दवा खाने के बाद एक लड़का समेत चार बच्चों को चक्कर आने लगे। इनमें से तीन लड़कियों 10 वीं कक्षा की 14 वर्षीय सपना, छठी कक्षा की 12 वर्षीया अन्नू और 12 वर्षीया मनीषा की तबियत दवा खाने के बाद ज्यादा बिगड़ गई। बच्चों को सामान्य अस्पताल लेकर आए स्कूल के प्रिसिंपल जगराम ने बताया कि अन्नू को दवा खिलाने के बाद उल्टियां आने लगी, और जबकि मनीषा, सपना और एक और बच्चे ने चक्कर आने और पेट दर्द की शिकायत की। इन चारों बच्चों को पेट दर्द भी हो रहा था। बच्चों को नीबू पानी पिलाया गया मगर उससे राहत नहीं हुई। एक बच्चे को नीबू पानी देने के बाद राहत महसूस हुई। उसे अस्पताल में नहीं लाया गया है। बच्चों को अस्पताल के निर्देशानुसार खाना खिलाने के बाद ही आयरन दवा दी गई थी। सामान्य अस्पताल से एंबुलेंस आने के बाद बच्चियों को लगभग चार बजे भर्ती कराया गया।

अस्पताल में भर्ती बच्चियों को देखने सिविल सर्जन डा. पुष्पा बिश्नोई, डिप्टी सिविल सर्जन डा. अरूणा सांगवान, डा. सुनीता राठी अस्पताल के पीएमओ डा. असरूद्दीन पहुंचे। डा. अरूणा सांगवान और डा. सुनीता राठी ने कहा कि जरूरी नहीं है कि बच्चों में पेट दर्द और उल्टियां आयरन की दवा से ही हो रही हो। कुछ बच्चों को इन दवाओं से रिएक्शन हो सकता है। बीमार और खाली पेट आए बच्चों को दवा खिलाने से मना किया गया था।

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