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Israel-Maldives Controversy: मुइज्जू के फैसले से चिंता में इजरायल, नेतन्याहू की अपने नागरिकों को सलाह- जहां PM मोदी गए, वहां जाएं

इजरायली दूतावास ने एक पोस्ट में कहा “चूंकि मालदीव अब इजरायलियों का स्वागत नहीं कर रहा है यहां कुछ खूबसूरत और अद्भुत भारतीय समुद्र तट हैं जहां इजरायली पर्यटकों का ना सिर्फ गर्मजोशी से स्वागत होता है बल्कि उनका अत्यंत आतिथ्य सत्कार भी किया जाता है। हमारे राजनयिकों द्वारा दौरा किए गए स्थानों के आधार पर इन सुझावों (भारत में इजरायली दूतावास से) पर गौर करें।”

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Mon, 03 Jun 2024 07:57 PM (IST)
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हिंद महासागर द्वीपसमूह में इजरायलियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद इजरायल भड़क गया है।

ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। Israel-Maldives Controversy: मालदीव सरकार की तरफ से हिंद महासागर द्वीपसमूह में इजरायलियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद इजरायल भड़क गया है। भारत के पड़ोसी द्वीपीय देश मालदीव ने एक दिन पहले ही इजरायली पासपोर्ट धारकों के अपने देश में प्रवेश करने पर पाबंदी लगा दी थी।

इस पर इजरायल ने मालदीव को मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारत में इजरायली दूतावास ने सोमवार को अपने नागरिकों से कहा कि मालदीव का बहिष्कार करते हुए हिन्द महासागर में ही भारत के उन द्वीपों का भ्रमण करें, जहां पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जा चुके हैं। भारत में इजरायली दूतावास ने हिंदी और अंग्रेजी में ट्वीट कर लोगों से कहा है कि कई ऐसे भारतीय समुद्र तट हैं, जो बेहद खूबसूरत हैं और वहां काफी आदर सत्कार किया जाता है।

दरअसल, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने “इजरायली पासपोर्ट वालों के अपने देश में घुसने पर प्रतिबंध लगाने का संकल्प लिया है।” हालांकि, सरकार ने यह नहीं बताया कि यह कब से लागू होगा।

इजरायली दूतावास ने एक पोस्ट में कहा, “चूंकि मालदीव अब इजरायलियों का स्वागत नहीं कर रहा है, यहां कुछ खूबसूरत और अद्भुत भारतीय समुद्र तट हैं जहां इजरायली पर्यटकों का ना सिर्फ गर्मजोशी से स्वागत होता है, बल्कि उनका अत्यंत आतिथ्य सत्कार भी किया जाता है। हमारे राजनयिकों द्वारा दौरा किए गए स्थानों के आधार पर इन सुझावों (भारत में इजरायली दूतावास से) पर गौर करें।”

मालदीव इजराइली नागरिकों की एंट्री पर लगाएगा बैन

मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू की सरकार ने कहा, ‘‘मंत्रिमंडल ने इजराइली पासपोर्ट पर मालदीव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए आवश्यक कानूनी संशोधन जल्द से जल्द करने का आज फैसला किया।’’ मुइज्जू सरकार की तरफ से कहा गया कि मंत्रिमंडल ने इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए मंत्रियों की एक विशेष समिति गठित की है।

मालदीव में हर साल दस लाख से अधिक पर्यटक आते हैं। इसमें इजराइल से लगभग 15,000 पर्यटक शामिल हैं। मंत्रिमंडल ने उन क्षेत्रों की पहचान करने के लिए एक विशेष दूत नियुक्त करने का भी फैसला किया है, जिनमें फलस्तीन को मालदीव से सहायता की आवश्यकता है।

पीएम मोदी के लक्षद्वीप वाले फोटो से जुड़े तार

यहां तक कि मुंबई में इजरायली कांसुलेट जनरल कोबि शोशानी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इसी साल जनवरी के लक्षद्वीप के एक तट पर लिए गए बेहद चर्चित फोटो पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और लक्षद्वीप के प्राकृतिक सौंदर्य की जमकर तारीफ की। यह पीएम मोदी की वही तस्वीर है जिसने मालदीव के पर्यटन से भारतीयों को पहले ही विरक्त कर दिया है।

शोशानी ने एक और पोस्ट में मालदीव सरकार के फैसले के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि अब इसीकारण इजरायली नागरिक लक्षद्वीप के खूबसूरत तटों का आनंद ले सकेंगे। उल्लेखनीय है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के कार्यालय ने रविवार को एक प्रेस रिलीज के जरिये अपने देश में इजरायली नागरिकों को प्रवेश नहीं करने देने की घोषणा की है। इस फैसले पर अमल के लिए वह अपने देश के कानून में भी संशोधन करेंगे।

मालदीव ने इजरायल के खिलाफ यह फैसला फलस्तीनियों के समर्थन में लिया है। इसलिए, इजरायल ने मुस्लिम बहुल देश मालदीव से अपने नागरिकों (दोहरी नागरिकता समेत) को दूर रहने को कहा है।