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ISRO Quiz: इसरो प्रमुख की अपील, चंद्रयान-3 महाक्विज में लें भाग; नकद पुरस्कार जीतने का भी मौका

प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र मिलेगा जिसे डाउनलोड किया जा सकता है। 25 सितंबर सुबह 11 बजे तक 1679412 लोग महाक्विज में हिस्सा ले चुके हैं। चंद्रयान- 3 महाक्विज का उद्देश्य भारत के चंद्र मिशन की सफलता का जश्न मनाना और छात्रों को चंद्रयान- 3 के बारे में और अधिक जानने के लिए प्रोत्साहित करना है। गौरतलब है कि भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया।

By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Mon, 25 Sep 2023 09:00 PM (IST)
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सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र मिलेगा जिसे डाउनलोड किया जा सकता है।
नई दिल्ली, एएनआइ: चंद्रयान-3 महाक्विज में शामिल होकर आप भी चंद्रमा पर भारत की ऐतिहासिक साफ्ट लैंडिंग का जश्न मना सकते हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस. सोमनाथ ने लोगों को महाक्विज में भाग लेने के लिए आग्रह किया है। इसरो ने सोमवार को एक्स पर पोस्ट किया, 'इसरो प्रमुख का सभी भारतीयों के लिए विशेष संदेश सुनें। आइए चंद्रमा पर ऐतिहासिक साफ्ट लैंडिंग का जश्न मनाएं। MyGov.in पर जाएं।'

एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में सोमनाथ ने कहा, MyGov.in के माध्यम से आप अंतरिक्ष क्विज में भाग ले सकते हैं। लॉग इन करें और क्विज का हिस्सा बनें। हमें प्रेरित करें, खुद भी प्रेरित हों। क्विज में 10 बहुविकल्प वाले (एमसीक्यू-प्रकार के) प्रश्न शामिल हैं, जिन्हें 300 सेकंड में हल किया जा सकता है। महाक्विज में भाग लेने के लिए MyGov.in पर अकाउंट बनाना होगा। शीर्ष प्रदर्शन करने वाले को एक लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा। दूसरे स्थान पर रहने वाले को 75,000 रुपये और तीसरे स्थान पर रहने वाले को 50,000 रुपये के नकद पुरस्कार मिलेगा।

सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र मिलेगा जिसे डाउनलोड किया जा सकता है। 25 सितंबर सुबह 11 बजे तक 16,79,412 लोग महाक्विज में हिस्सा ले चुके हैं। चंद्रयान- 3 महाक्विज का उद्देश्य भारत के चंद्र मिशन की सफलता का जश्न मनाना और छात्रों को चंद्रयान- 3 के बारे में और अधिक जानने के लिए प्रोत्साहित करना है। गौरतलब है कि भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया। भारत के अलावा अमेरिका, सोवियत संघ (रूस) और चीन ने ही चंद्रमा की सतह पर अपने लैंडर उतारे हैं। लेकिन भारत को छोड़कर कोई भी चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग नहीं कर सका है।