Aditya L1 Launch: आदित्य-एल1 और गगनयान की तैयारी का वर्ष होगा 2024, ISRO प्रमुख ने बताया 12 मिशनों का लक्ष्य, जानें
इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने सोमवार को कहा कि भारत का पहला सौर मिशन-आदित्य-एल1 छह जनवरी को अपने इच्छित गंतव्य एल1 बिंदु तक पहुंचने के लिए तैयार है। इस मिशन को दो सितंबर को लॉन्च किया गया था। ब्लैक होल का अध्ययन करने के लिए एक्सपोसेट मिशन के सफल प्रक्षेपण के मौके पर इसरो प्रमुख ने कहा आदित्य-एल1 छह जनवरी को अपने गंतव्य एल1 बिंदु पर पहुंचने वाला है।
एएनआई, श्रीहरिकोटा। इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने सोमवार को कहा कि भारत का पहला सौर मिशन-आदित्य-एल1 छह जनवरी को अपने इच्छित गंतव्य एल1 बिंदु तक पहुंचने के लिए तैयार है। इस मिशन को दो सितंबर को लॉन्च किया गया था।
ब्लैक होल का अध्ययन करने के लिए एक्सपोसेट मिशन के सफल प्रक्षेपण के मौके पर इसरो प्रमुख ने कहा, आदित्य-एल1 छह जनवरी को अपने गंतव्य एल1 बिंदु पर पहुंचने वाला है। हम इसे वहां पहुंचाने के लिए अंतिम प्रयास शुरू करने जा रहे हैं। 2024 के पहले दिन पत्रकारों को संबोधित करते हुए सोमनाथ ने कहा कि हम इस साल कम से कम 12-14 अभियानों के लिए तैयार होने जा रहे हैं।
एक साल में हमारा लक्ष्य 12 मिशनों पर काम करना है
उन्होंने कहा कि केवल 12 महीनों (2024) में हमारा लक्ष्य 12 मिशनों पर काम करना है। उपकरणों का निर्माण करने और परीक्षण पूरा करने के बाद अगर चीजें अच्छी तरह से चलती हैं, तो यह हमारी क्षमता के आधार पर अधिक हो सकती हैं। अगर चीजें अच्छी तरह नहीं चलेंगी, तो उसका असर पड़ सकता है। अन्यथा, हम कम-से-कम 12-14 मिशनों के लिए तैयार हो रहे हैं।गगनयान की तैयारी का वर्ष होगा 2024
इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने सोमवार को कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी ने अपने महत्वाकांक्षी मानव अभियान 'गगनयान' के लिए इस वर्ष परीक्षणों की एक श्रृंखला तैयार की है और 2024 गगनयान की तैयारियों का वर्ष होगा। इस वर्ष के लिए इसरो के एजेंडे पर पत्रकारों को जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, 2024 गगनयान की तैयारी का वर्ष होने जा रहा है, हालांकि यह 2025 के लिए लक्षित है।हमारा लक्ष्य 2024 में दो और अभियानों को अंजाम देना
उन्होंने कहा, गगनयान अभियान टीवी-डी1 या 'एबार्ट' अभियान (अक्टूबर 2023 में सफलतापूर्वक संपन्न) के साथ शुरू हुआ। हमारे पास श्रृंखला में चार ऐसे अभियान हैं। हमारा लक्ष्य 2024 में कम से कम दो और अभियानों को अंजाम देने का है। तब तक हमारे पास तीन 'एबार्ट' अभियान का प्रदर्शन होगा।सोमनाथ ने कहा कि मानवरहित अभियान से एजेंसी को विभिन्न उपकरणों की तैयारियों को समझने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसरो मानवरहित अभियान के लिए पैराशूट प्रणाली को साबित करने की खातिर हेलीकाप्टर आधारित ड्राप परीक्षण भी करेगा।
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