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'मैं मंदिर जाता हूं, कई धर्मग्रंथ पढ़े': ISRO चीफ S Somanath ने बताया साइंस और आध्यात्मिकता के बीच का अंतर

Chandrayaan 3 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) प्रमुख एस सोमनाथ ने केरल के एक मंदिर पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि मैं एक एक्सप्लोरर हूं। मैं चंद्रमा से जुड़ी जानकारियों की खोज करता हूं। विज्ञान और आध्यात्मिकता दोनों का पता लगाने के लिए मेरे जीवन की यात्रा का एक हिस्सा है।इसलिए मैं कई मंदिरों में जाता हूं और मैंने कई धर्मग्रंथ पढ़े हैं।

By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Sun, 27 Aug 2023 02:29 PM (IST)
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इसरो चीफ एस सोमनाथ ने पूर्णमिकवु इलाके में मौजूद भद्रकाली मंदिर में पूजा-अर्चना की।(फोटो सोर्स: जागरण)

तिरुवनंतपुरम, एएनआई। चंद्रयान 3 (Chandrayaan 3) की सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) प्रमुख एस सोमनाथ (ISRO Chairman S Somanath) रविवार को केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम पहुंचे। वहां उन्होंने पूर्णमिकवु इलाके में मौजूद भद्रकाली मंदिर में पूजा-अर्चना की। पूजा करने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत भी की।

आध्यात्म मेरे जीवन का हिस्सा: एस सोमनाथ

उन्होंने कहा,"मैं एक एक्सप्लोरर हूं। मैं चंद्रमा से जुड़ी जानकारियों की खोज करता हूं। विज्ञान और आध्यात्मिकता दोनों का पता लगाना, मेरे जीवन की यात्रा का एक हिस्सा है। इसलिए मैं कई मंदिरों में जाता हूं और मैंने कई धर्मग्रंथ पढ़े हैं।"

आंतरिक दुनिया की खोज के लिए मंदिर आता हूं: एस सोमनाथ

उन्होंने आगे कहा,"मैं इस ब्रह्मांड में अपने अस्तित्व और अपनी जीवन का अर्थ खोजने के प्रयास कर रहा हूं। हमारी संस्कृति का यह एक हिस्सा है कि हम अपने अंदर और बाहर की दुनिया की खोज करें।

इसरो चीफ ने कहा,"मैं बाहरी दुनिया के लिए साइंस पर निर्भर हूं और आत्मज्ञान और आंतरिक दुनिया की खोज के लिए मंदिर आता हूं।"

एस सोमनाथ ने कहा- शुक्र ग्रह तक पहुंच सकता है भारत 

इससे पहले एस सोमनाथ ने कहा है कि भारत स्पेस सेक्टर में और भी कई बुलंदियां छू सकता है, जिसके लिए उन्हें निवेश की और सहयोग की जरूरत है। 

उन्होंने आगे कहा,"भारत के पास चंद्रमा, मंगल और शुक्र की यात्रा करने की क्षमता है, लेकिन हमें अपना आत्मविश्वास बढ़ाने की जरूरत है। हमें और अधिक निवेश की आवश्यकता है और अंतरिक्ष क्षेत्र का विकास होना चाहिए। इससे पूरे देश का विकास होना चाहिए, यही हमारा मिशन है। हम उस विजन को पूरा करने के लिए तैयार हैं, जो पीएम मोदी ने हमें दिया था।"

एस सोमनाथ ने शनिवार को ये भी कहा कि देश का पहला सौर मिशन आदित्य-एल1 (Aditya-L1) तैयार है और इसे सितंबर के पहले सप्ताह में लॉन्च किया जाएगा।