ISRO ने चंद्रयान-3 का 'लॉन्च रिहर्सल' किया पूरा, 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से किया जाएगा प्रक्षेपण
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मंगलवार को चंद्रयान-3 के लिए लॉन्च रिहर्सल को पूरा कर लिया है। बता दें कि मिशन चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। इसरो ने ट्वीट कर बताया कि चंद्रयान-3 मिशन के लॉन्च रिहर्सल की तैयारी और 24 घंटे तक चलने वाली प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Tue, 11 Jul 2023 05:38 PM (IST)
तिरूपति (आंध्र प्रदेश), एजेंसी। Chandrayaan-3 Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मंगलवार को चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के लिए 'लॉन्च रिहर्सल' को पूरा कर लिया है। बता दें कि चंद्रयान-3 मिशन (Chandrayaan-3 Mission) को 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा।
इसरो ने चंद्रयान-3 का 'लॉन्च रिहर्सल' किया पूरा
इसरो ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। इसरो ने बताया कि 'चंद्रयान-3 मिशन' के लॉन्च रिहर्सल की तैयारी और 24 घंटे तक चलने वाली प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 5 जुलाई को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में लॉन्च वाहन एलवीएम 3 के साथ चंद्रयान-3 युक्त एनकैप्सुलेटेड असेंबली को एकीकृत किया था।
इसरो ने ट्वीट कर दी जानकारी
इसरो ने ट्वीट कर बताया कि आज श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में चंद्रयान-3 वाली इनकैप्सुलेटेड असेंबली को LVM3 के साथ जोड़ा गया है। अंतरिक्ष एजेंसी के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने पिछले महीने एएनआई को बताया था कि वे 13-19 जुलाई के बीच अपने तीसरे चंद्र मिशन के लॉन्च की योजना बना रहे हैं।
चंद्रयान-2 मिशन हो गया था असफल
सोमनाथ ने कहा था कि हम चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सक्षम होंगे। लॉन्च का दिन 13 जुलाई है या फिर 19 जुलाई तक जा सकता है। बता दें कि चंद्रयान-2 गड़बड़ी के कारण चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने में असफल रहा था। हालांकि, अब वैज्ञानिकों का पूरा फोकस चंद्रयान-3 मिशन की सफलता है।इसरो प्रमुख ने पहले ही दिए थे चंद्रयान-3 मिशन के संकेत
इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में इसरो अध्यक्ष ने कहा था कि जून 2023 में अपना चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च करने की संभावना है। चंद्रमा पर भारत का दूसरा मिशन चंद्रयान-2, 22 जुलाई 2019 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था, लेकिन 6 सितंबर की सुबह विक्रम चंद्र लैंडर के चंद्रमा पर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद मिशन विफल हो गया था।