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Chandrayaan 3: चांद के बेहद करीब पहुंचा भारत का चंद्रयान, अब कितनी रह गई दूरी; ISRO ने दी जानकारी

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 5 अगस्त को बताया की चंद्रमा के ऑर्बिट में चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) को सफलतापूर्वक पहुंचा दिया है। अपोलोन (चंद्रमा से सबसे दूर बिंदु) पर अंतरिक्ष यान की ऊंचाई 18074 किमी से घटाकर 4313 किमी कर दी गई थी। इसरो ने कहा कि कक्षा को और कम करने का अगला ऑपरेशन 9 अगस्त 2023 को दोपहर 1 से 2 बजे के बीच निर्धारित किया गया है।

By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Mon, 07 Aug 2023 07:56 AM (IST)
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चांद के बेहद करीब पहुंचा भारत का चंद्रयान (Image: Isro)
बेंगलुरू, जागरण डेस्क। चंद्रयान-3 के चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करने के एक दिन बाद, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने रविवार को चंद्रयान-3 द्वारा चांद की एक वीडियो जारी की।

यह वीडियो रविवार देर रात होने वाले दूसरे बड़े युद्धाभ्यास से कुछ घंटे पहले अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा जारी किया गया। इस बीच भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने ट्वीटर पर जानकारी देते हुए कहा, 'चंद्रयान 3 अंतरिक्ष यान द्वारा देखा गया चांद।'

9 अगस्त को चांद के और करीब होगा चंद्रयान-3

इसरो ने कहा कि 9 अगस्त को चंद्रयान-3 चांद के और भी करीब होगा। करेगा। इसरो ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, 'अंतरिक्षयान ने चंद्रमा के और नजदीक पहुंचने की एक प्रस्तावित प्रक्रिया पूरी कर ली है। इंजनों की ‘रेट्रोफायरिंग’ ने इसे चंद्रमा की सतह के और करीब पहुंचा दिया, यानी अब 170 किलोमीटर गुणा 4,313 किलोमीटर।'

17 अगस्त तक तीन और अभियान होगा पूरा

इसरो ने बताया की 17 अगस्त तक तीन और अभियान प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। इसके बाद लैंडिंग मॉड्यूल ‘प्रपल्शन मॉड्यूल’ से अलग हो जाएगा। लैंडर पर ‘डी-आर्बिटिंग’ कवायद की जाएगाी। फिर चंद्रमा की सतह पर उतरने से पहले लैंडर पर ‘डी-ऑर्बिटिंग’ कवायद को अंजाम दिया जाएगा।

23 अगस्त तक होगी चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग

इसरो ने शनिवार को पुष्टि की थी कि लूनर ऑर्बिट इंजेक्शन (एलओआई) भारतीय समयानुसार शाम 7 बजे के आसपास किया गया, जिससे अंतरिक्ष यान स्थिर चंद्र कक्षा में स्थापित हो गया। चंद्रमा मिशन अब तक सुचारू रहा है और इसरो को उम्मीद है कि विक्रम लैंडर इस महीने के अंत में 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा।