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Gaganyaan मिशन में ISRO ने बढ़ाया एक और कदम, विकास इंजन का पहला थ्रॉटलिंग हॉट टेस्ट का हुआ सफलतापूर्वक परीक्षण

गगनयान मिशन के लिए विकास इंजन का पहला थ्रॉटलिंग हॉट टेस्ट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। 30 जनवरी 2023 को 43 सेकेंड की अवधि के लिए लक्षित 67 प्रतिशत थ्रस्ट लेवल थ्रॉटलिंग का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। यह इंजन भारत के पहले मानव-वाहक रॉकेट को शक्ति प्रदान करेगा।

By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Thu, 09 Feb 2023 12:48 AM (IST)
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विकास इंजन का पहला थ्रॉटलिंग हॉट टेस्ट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। (फोटो सोर्स: इसरो)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। गगनयान मिशन की तैयारी के तहत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) लगातार सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। इस मिशन के लिए विकास इंजन का पहला थ्रॉटलिंग हॉट टेस्ट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। 30 जनवरी, 2023 को 43 सेकेंड की अवधि के लिए लक्षित 67 प्रतिशत थ्रस्ट लेवल थ्रॉटलिंग का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। यह इंजन भारत के पहले मानव-वाहक रॉकेट (गगनयान मानव अंतरिक्ष मिशन) को शक्ति प्रदान करेगा।

बता दें कि लॉन्च वाहनों में थ्रॉटलेबल लिक्विड इंजन, बूस्टर स्टेज रिकवरी की सुविधा प्रदान करती है। 80टी के मामूली थ्रस्ट वाला इंजन PSLV और GSLV के दूसरे चरण, GSLV के लिक्विड स्ट्रैपॉन और LVM3 के कोर लिक्विड स्टेज को शक्ति प्रदान कर रहा है। इंजन को 50 बार (Bar), 45 बार और 40 बार के चरणों में 58.5 बार के चैम्बर दबाव से सफलतापूर्वक थ्रॉटल किया गया था। इसके अलावा, विकास इंजन को बंद करने से पहले पिछले 3 सेकंड के लिए 45 प्रतिशत तक थ्रॉटल किया गया था।