ऑनलाइन खेलों के विज्ञापनों को लेकर सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने जारी किए दिशा-निर्देश, जानें क्या कहा
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सभी निजी उपग्रह टीवी चैनलों में ऑनलाइन गेमिंग और फैंटसी खेलों पर विज्ञापनों को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें विज्ञापनदाताओं को निर्देश दिया गया है कि वे इस तरह के खेलों में वित्तीय जोखिम के विज्ञापनों को शामिल करें।
By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Fri, 04 Dec 2020 10:55 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। सूचना और प्रसारण मंत्रालय (Ministry of Information and Broadcasting) ने शुक्रवार को टीवी चैनलों पर आने वाले आनलाइन गेमिंग और फैंटेसी स्पोर्ट्स के विज्ञापनों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें विज्ञापन के साथ डिस्क्लेमर देने का भी निर्देश दिया गया है। एडवाइजरी में विज्ञापनदाताओं को यह निर्देश दिया गया कि वे इस तरह के खेलों में वित्तीय जोखिम के डिस्क्लेमर को शामिल करें।
इस डिस्क्लेमर में बताया जाए कि ऐसे खेल में वित्तीय जोखिम जुड़ा है और लोग अपने रिस्क पर ही इसमें हिस्सा लें। साथ ही यह भी बताया जाए कि 18 साल से कम उम्र के लोग ऐसे खेलों भाग नहीं ले सकते हैं। सरकार की ओर से जारी उक्त दिशानिर्देश 15 दिसंबर से प्रभावी होंगे। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय (Ministry of Information and Broadcasting) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ऑन लाइन खेलों को लेकर कोई भी विज्ञापन 18 वर्ष से कम उम्र वालों को नहीं दिखाया जाए। यही नहीं यह भी नहीं दिखाया जाना चाहिए कि ऐसे लोग गेम खेलकर पैसे जीत रहे हैं या इस तह के लोग गेम खेल सकते हैं। मंत्रालय ने दो-टूक कहा है कि ऑनलाइन गेमिंग को पैसा कमाने के विकल्प के तौर पर भी नहीं पेश किया जाना चाहिए।
मंत्रालय की ओर से जारी दिशानिर्देश के मुताबिक, जिन खेलों में रकम के खोने का खतरा होगा उसके लिए जारी विज्ञापन में उल्लेख होना चाहिए कि... 'इस खेल में रकम के खोने का खतरा है और इससे नशे की लत लग सकती है। अत: खेल में भाग लेने वाले अपने रिस्क पर इसे खेलें!'सभी निजी सेटेलाइट टीवी चैनलों के लिए जारी एडवाइजरी में मंत्रालय ने कहा कि गेमिंग के किसी भी विज्ञापन में साफ साफ निर्देश हों कि यह 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिए नहीं है। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि इन खेलों के लिए जारी विज्ञापन या डिस्केमर में रिस्क के बारे में डिस्प्ले पर कम से कम 20 फीसद जगह दी जानी चाहिए ताकि यह विज्ञापन देखने वाले लोगों को खेल के जुड़े जोखिमों के बारे में जानकारी आसानी से मिल सके।