गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलपति पर हो सकती है कार्रवाई
एचआरडी सूत्रों के मुताबिक अगर राष्ट्रपति इजाजत दे देते हैं तो गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ जल्दी ही नोटिस जारी किया जा सकता है।
By Ravindra Pratap SingEdited By: Updated: Sat, 04 Feb 2017 10:12 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्र सरकार उत्तराखंड के गढ़वाल स्थित हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है। उनके खिलाफ मिली शिकायतों के आधार पर अब केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से उन्हें नोटिस जारी करने की इजाजत मांगी है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक अगर राष्ट्रपति इजाजत दे देते हैं तो हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलपति जवाहर लाल कौल के खिलाफ जल्दी ही नोटिस जारी किया जा सकता है। इसमें उन्हें अपने खिलाफ लगे आरोपों पर लिखित सफाई देने को कहा जाएगा। अगर उनका जवाब संतोषजनक नहीं होगा तो मंत्रालय राष्ट्रपति से उनको हटाने की इजाजत मांग सकता है। इससे पहले एक जांच समिति विभिन्न मामलों में जांच करने के बाद उनका पक्ष ले चुकी है। यह भी पढ़ें- बिहार के आठ विश्वविद्यालयों में नियुक्त किए गए नए कुलपति समिति ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही मंत्रालय ने आगे की कार्रवाई की तैयारी की है। केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से पहले राष्ट्रपति की इजाजत लेनी होती है। इनके कुलाधिपति वे ही होते हैं। कौल की नियुक्ति इसी सरकार की पिछली एचआरडी मंत्री स्मृति ईरानी के कार्यकाल के दौरान हुई थी। ईरानी के कार्यकाल के दौरान बनाए गए वे दूसरे ऐसे कुलपति हैं, जिनके खिलाफ गड़बडि़यों के आरोप में जांच चल रही है।
यह भी पढ़ें- जेपी विश्वविद्यालय के कुलपति हरिकेष ¨सह ने किया योगदान इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति आरएल हंगलू के खिलाफ भी मंत्रालय ऐसी ही नोटिस जारी कर चुका है। इस तरह नई सरकार के कार्यकाल के दौरान अब तक कुल आठ केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलपति कौल के खिलाफ लगभग दस मामलों में शिकायत मिली थी। इनमें शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र को नियमों का उल्लंघन कर इजाजत देने सहित कई तरह के आरोप शामिल हैं।