'जब भारत विश्व कप फाइनल हारा तो इंदिरा गांधी की जयंती थी', राहुल के बयान पर हिमंता सरमा का पलटवार
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार पर चल रहे राजनीतिक विवाद को एक नया मोड़ दे दिया। सरमा ने कहा कि फाइनल इंदिरा गांधी की जयंती पर खेला गया था। बता दें कि सरमा ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों के साथ मिले हुए हैं।
By Versha SinghEdited By: Versha SinghUpdated: Thu, 23 Nov 2023 10:51 AM (IST)
पीटीआई, हैदराबाद। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार पर चल रहे राजनीतिक विवाद को एक नया मोड़ दे दिया। सरमा ने कहा कि फाइनल इंदिरा गांधी की जयंती पर खेला गया था।
बता दें कि सरमा ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों के साथ ''मिले हुए'' हैं।उन्होंने कहा कि वह बीसीसीआई से कहना चाहेंगे कि उसे भविष्य में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि फाइनल मैच उस दिन आयोजित न किया जाए जिस दिन नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य का जन्मदिन हो।
BCCI से मेरा एक अनुरोध हैं…
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) November 22, 2023
कृपया भारत को उस दिन खेलना नहीं चाहिए जिस दिन गांधी परिवार के सदस्यों का जन्मदिन हैं । यह मैंने वर्ल्ड कप फाइनल से सीखा हैं । #TelanganaWithBJP@BJP4Telangana pic.twitter.com/w46gXykUJ4
उस दिन थी इंदिरा गांधी की जंयती- सरमा
उन्होंने कहा, उस दिन भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप मैच था। हम हर गेम जीत रहे थे। फाइनल हार गए। फिर मैंने आकर देखा। वह दिन क्या था? हम क्यों हारे? हम हिंदू हैं और मैं दिन के हिसाब से चलता हूं वगैरह-वगैरह, फिर मैंने देखा कि विश्व कप फाइनल ऐसे दिन खेला गया था, जिस दिन इंदिरा गांधी की जयंती भी थी।
उन्होंने कहा, इंदिरा गांधी की जयंती पर विश्व कप फाइनल हुआ और देश हार गया। इसलिए मैं बीसीसीआई से कहना चाहता हूं कि अगर आपके सामने वर्ल्ड कप का फाइनल मैच है तो हिसाब-किताब कर लें। उस दिन को गांधी परिवार से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। नहीं तो देश हार जायेगा।
उन्होंने उपस्थित जनसमूह से इंटरनेट पर उस दिन के बारे में खोजने को कहा जिस दिन फाइनल मैच खेला गया था और वह दिन इंदिरा गांधी की जयंती थी।