जगदीप धनखड़ IIPA के 69वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल, बोले- भारत के लिए महत्वपूर्ण होंगे अगले 25 साल
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बुधवार को भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (IIPA) के 69वें स्थापना दिवस के समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने अपना दूसरा डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्मृति व्याख्यान दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि अगले 25 साल देश के लिए महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Thu, 30 Mar 2023 12:05 PM (IST)
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बुधवार को भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (IIPA) के 69वें स्थापना दिवस के समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने अपना दूसरा डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्मृति व्याख्यान दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि अगले 25 साल देश के लिए महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं।
भारत के लिए महत्वपूर्ण होंगे अगले 25 साल
जगदीप धनखड़ ने कहा कि अगले 25 साल देश के लिए अहम होने वाले हैं। वे पिछले 9 सालों के कारण महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं। पिछले 9 सालों में हमने सकारात्मक कदमों की एक श्रृंखला के माध्यम से इसकी नींव रखी है।
उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि जब देश 2047 में अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी मनाएगा, तो हमें दुनिया में नंबर 1 बनना होगा।
सिविल सेवक होंगे 2047 के योद्धा
धनखड़ ने कहा कि आज जो सिविल सेवक शामिल हो रहे हैं, वे "2047 के योद्धा" होंगे। उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में "संवैधानिक शासन" की अवधारणा पर भी जोर दिया।वहीं, इस कार्यक्रम में विशेष संबोधन केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने दिया, जो आईआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार लोक प्रशासन के मामलों में "संपूर्ण सरकार" दृष्टिकोण की अवधारणा से प्रेरित है।उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, उन्होंने हमें जो सबसे पहला मंत्र दिया, वह था अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार।डॉ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार आज लगभग ऑनलाइन है और बहुत कम ह्यूमन इंटरफेस के साथ ई-आधारित कामकाज हैं। सभी सरकारी सेवाएं ऑनलाइन हैं और एक जीवंत CPGRAMS पोर्टल (CPGRAMS portal) है।
उन्होंने कहा कि शिकायतों की संख्या 2014 में 2 लाख से बढ़कर सालाना 20 लाख हो गई है और शिकायत निवारण प्रति माह 1 लाख को पार कर गया है।डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने पहली बार नागरिकों को शासन के उपकरण के रूप में शामिल किया है।IIPA के 68वें स्थापना दिवस (69th Founders day Of IIPA) के अवसर पर पहला डॉ. राजेंद्र प्रसाद वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय स्मारक व्याख्यान 29 मार्च, 2022 को तत्कालीन उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू द्वारा दिया गया था।