Exclusive: भारत ने अपने बूते बनाई पहचान, अरब से अफ्रीका तक बढ़ेगा व्यापार; पीयूष गोयल ने जागरण से की बातचीत
Jagran Exclusive वाणिज्य व उद्योग टेक्सटाइल व उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल मानते हैं कि आधार तैयार हो गया है। जो नतीजा आएगा वह पूरे देश के साथ-साथ विश्व के लिए भी उत्साहजनक होगा। वह मानते हैं कि अरब से लेकर अफ्रीका तक भारत का व्यापार बढ़ेगा। पढ़ें जागरण से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की विस्तृत बातचीत के अंश...
राजीव कुमार, नई दिल्ली। भारत में जी 20 को जितनी सफलता मिली उससे वैश्विक समुदाय अचंभित है। जी 20 के प्रस्तावों का ठोस रूप में नतीजा सामने आने में थोड़ा वक्त लगेगा। वाणिज्य व उद्योग, टेक्सटाइल व उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल मानते हैं कि आधार तैयार हो गया है। जो नतीजा आएगा वह पूरे देश के साथ-साथ विश्व के लिए भी उत्साहजनक होगा।
वह कहते हैं कि एक शब्द में कहा जाए तो जी 20 ने विश्वास का भाव पैदा किया है। भारत ने अपने बूते अपनी पहचान बनाई है तभी अब व्यापार और ग्लोबल सप्लाई चेन के लिए चीन प्लस वन की बात नहीं हो रही है। वह मानते हैं कि अरब से लेकर अफ्रीका तक भारत का व्यापार बढ़ेगा। पेश है दैनिक जागरण के राजीव कुमार के साथ पीयूष गोयल की विस्तृत बातचीत के अंश:
प्रश्न: आप जी-20 के सफल आयोजन को किस तरीके देखते हैं?
उत्तर: अगर जी-20 की सफलता को एक शब्द में कहूं तो वह है विश्वास। भारत पर दुनिया का विश्वास। भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच कम हो रहे विश्वास को फिर से कायम करने का काम किया। जी-20 के मुद्दों पर सहमत होना मुश्किल लग रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया के बीच जो विश्वास कमाया है, उसका ही नतीजा है कि हम सब सहमत हो सके। गरीब व विकासशील देशों के सतत विकास और उनके न्यायपूर्ण भविष्य के निर्माण के एजेंडा पर दुनिया को सहमत किया। भारत गरीब व विकासशील देशों की आवाज बनकर उभरा है।
प्रश्न: सरकार ने जी-20 को 140 करोड़ लोगों के आयोजन के रूप में पेश किया है। आम आदमी को इससे क्या मिला?
उत्तर: देखिए, जब विश्व में भारत का परचम फैलेगा तो अपने आप देश में नया निवेश आएगा, व्यापार बढ़ेगा। व्यापार व निवेश में बढ़ोतरी से नई नौकरियां निकलेंगी। हमें वैश्विक मंच पर अपने कौशल का, तकनीक का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। देश के 60 स्थानों पर जी-20 की बैठक हुई जहां विदेशी मेहमान गए। उन्होंने वहां की संस्कृति को, वहां की वस्तुओं को देखा, इस्तेमाल किया। इन सबसे पर्यटन बढ़ेगा।
प्रश्न: वैश्विक सप्लाई चेन के लिए चीन प्लस वन को लेकर सभी देश सहमत हो गए?
उत्तर: चीन प्लस वन अब पुरानी बात हो गई। भारत अपने बूते अपनी पहचान बना रहा है। हर देश भारत के साथ रिश्ता बनाना चाहता है, व्यापार करना चाहता है, व्यापारिक समझौता करना चाहता है। सऊदी अरब के साथ कल ही निवेश व व्यापार को लेकर सार्थक चर्चा हुई है। अफ्रीका के साथ भी व्यापार बढ़ेगा।
प्रश्न: भारत ने अफ्रीकी यूनियन को जी-20 में शामिल कराने में अहम भूमिका निभाई है, इससे अफ्रीका में निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी?
उत्तर: अफ्रीका के नागरिक बहुत ही स्वाभिमानी होते हैं। अफ्रीका के गांव-गांव तक में यह संदेश पहुंच गया है कि भारत ने उन्हें आत्मसम्मान दिलाया है। वे भारत के साथ व्यापार को भी बढ़ाना चाहते हैं। हम वहां निर्यात बढ़ाने के लिए अपने दूतावास की मदद लेंगे और व्यापारिक प्रतिनिधियों को भी भेजेंगे।
प्रश्न: जी 20 में डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) के माध्यम से गरीब देशों के वित्तीय समावेश पर सहमति बनी है, इससे क्या हमारा सर्विस निर्यात बढ़ेगा?
उत्तर: भारत में डीपीआई की मदद से वित्तीय समावेश हुआ है, पारदर्शिता बढ़ी है, भ्रष्टाचार कम हुआ है। भारत दुनिया के लिए भी यही चाहता है। यह स्वाभाविक है कि डीपीआई के वैश्विक इस्तेमाल से भारत के स्टार्टअप को, भारत के फिनटेक व हेल्थटेक सेक्टर को लाभ मिलेगा और हमारा व्यापार बढ़ेगा।
प्रश्न: जी 20 के इस सफल आयोजन से राजनीतिक लाभ भी मिलेगा, खासकर आने वाले चुनाव में, आप क्या मानते हैं?
उत्तर: हमारे प्रधानमंत्री ने हमें देश की चिंता करना सिखाया है। चुनाव तो हमेशा आता-जाता रहता है। चुनाव के हिसाब से हम कोई निर्णय नहीं करते हैं। हम अपने 10 वर्षों के काम के ट्रैक रिकॉर्ड से चुनाव जीतेंगे। भारत की जनता भी अब एक दिन के प्रदर्शन और एक आइटम की रैंकिंग को देखकर वोट नहीं करती है। किसी पार्टी के लिए उनका मन पूरे ट्रैक रिकॉर्ड पर बनता है। प्रधानमंत्री का ट्रैक रिकॉर्ड तो राज्य व केंद्र में मिलाकर 23 वर्षों का है।
प्रश्नः लेकिन क्या आपको लगता है कि चुनाव में इस पर भी चर्चा होनी चाहिए कि वैश्विक मानचित्र पर संबंधित देश की क्या स्थिति है। या सिर्फ घरेलू मसलों पर ही चुनाव होने चाहिए।
उत्तरः किसी भी नेता का आकलन एक आधार पर नहीं होता है। किसी नेता की वैश्विक सोच, कूटनीति का असर घर में भी दिखता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के अंदर भी हर वंचित और पिछड़े वर्ग का ध्यान रखा है और यह भी सुनिश्चित किया है कि विश्व पटल पर भारत की जयकार हो। आज वह हो रहा है। जी 20 में भी यह दिखा। लोग इसकी चर्चा कर रहे हैं।