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जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज पंचतत्व में विलीन, छत्तीसगढ़ में आधे दिन के राजकीय शोक की घोषणा

Jain Muni Acharya Vidyasagar Maharaj जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज के पंचतत्व में विलीन होने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने आधे दिन के शोक की घोषणा की है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में कहा कि इस अवधि के दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई भी राज्य समारोह या कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Sun, 18 Feb 2024 04:45 PM (IST)
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Jain Muni Acharya Vidyasagar Maharaj जैन मुनि पंचतत्व में विलीन।
एएनआई, रायपुर। Jain Muni Acharya Vidyasagar Maharaj जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी पर्वत पर पंचतत्व में विलीन हो गए। इससे पहले जैन मुनि ने रात 2 बजकर 30 बजे समाधि (देह त्याग दी) ले ली थी। छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चन्द्रगिरी तीर्थ पर उन्होंने अंतिम सांस ली। 

जैन मुनि के पंचतत्व में विलीन होने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने आधे दिन के शोक की घोषणा की है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में कहा, "इस अवधि के दौरान, राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई भी राज्य समारोह या कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक्स हिंदी में एक पोस्ट में कहा,

विश्व पूज्य एवं राष्ट्रीय संत आचार्य श्री विद्यासागर महामुनिराज जी के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरि तीर्थ में समाधि लेने का समाचार प्राप्त हुआ।' छत्तीसगढ़ सहित देश और दुनिया को अपने ओजस्वी ज्ञान से समृद्ध करने वाले आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को देश और समाज के लिए उनके उल्लेखनीय कार्यों, त्याग और तपस्या के लिए युगों-युगों तक याद किया जाएगा। मैं चरणों में नमन करता हूं।

इधर, दिल्ली में आयोजित भाजपा के राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन जैन संत आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम मोदी, केंद्रीय मंत्रियों, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य पार्टी नेताओं के नेतृत्व में पार्टी ने एक मिनट का मौन रखा। 

पीएम मोदी ने भी दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज को श्रद्धांजलि दी। पीएम ने कहा, '' मेरे विचार और प्रार्थनाएं आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी के अनगिनत भक्तों के साथ हैं। उन्हें आने वाली पीढ़ियों द्वारा समाज में आध्यात्मिक जागृति की दिशा में उनके प्रयासों, गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य देखभाल की दिशा में उनके काम के लिए अमूल्य योगदान के लिए याद किया जाएगा।