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    जैसलमेर से लग रही थी देश की सुरक्षा में सेंध, पाकिस्तान को भेजी गई खुफिया जानकारी; मिलिट्री इंटेलिजेंस ने धर दबोचा जासूस

    जैसलमेर में एक और जासूसी का मामला सामने आया है जिसमें जिवन खान नामक एक व्यक्ति को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। वह पहले सेना के इलाके में काम कर चुका है और सैन्य क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहा था। पूछताछ में उसने पाकिस्तान में रिश्तेदारों की बात स्वीकारी है। उसे जॉइंट इंटररोगेशन सेंटर में ले जाया जाएगा।

    By Digital Desk Edited By: Chandan Kumar Updated: Wed, 20 Aug 2025 12:19 PM (IST)
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    शख्स का नाम जिवन खान है। वह जैसलमेर के सांकड़ा इलाके का रहने वाला है।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान के जैसलमेर में एक बार फिर देश की सुरक्षा में सेंध लगाने मामला सामने आया है। मंगलवार (19 अगस्त) को मिलिट्री इंटेलिजेंस ने 30 साल के एक शख्स को पकड़ा है जिस पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का शक है।

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    इस शख्स का नाम जिवन खान है। वह जैसलमेर के सांकड़ा इलाके का रहने वाला है। उसे कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया गया है। खान पहले सेना के इलाके में एक रेस्तरां में काम कर चुका है और अब वह दोबारा सैन्य क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहा था।

    खान को सैन्य क्षेत्र के गेट पर रोका गया, जहां उसका मोबाइल चेक करने पर शक पैदा हुआ। मिलिट्री इंटेलिजेंस ने उसे हिरासत में लिया और बाद में मंगलवार रात को पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ में खान ने कबूल किया कि उसके रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं। अब उसे जॉइंट इंटररोगेशन सेंटर (JIC) में ले जाया जाएगा, जहां कई सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ करेंगी।

    जैसलमेर में जासूसी का चौथा मामला

    यह जैसलमेर में जासूसी का चौथा मामला है। हाल के मामलों ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। इससे पहले 13 अगस्त को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के गेस्ट हाउस में काम करने वाले एक कॉन्ट्रैक्ट मैनेजर को भी गिरफ्तार किया गया था। उसका नाम महेंद्र प्रसाद था। वह उत्तराखंड के अल्मोड़ा का रहने वाला था। उसे भी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के शक में पकड़ा गया था।

    महेंद्र प्रसाद सोशल मीडिया के जरिए ISI से संपर्क में था और वह चंदन फील्ड फायरिंग रेंज में मिसाइल व हथियारों के परीक्षण में शामिल DRDO वैज्ञानिकों और सेना के अधिकारियों की गतिविधियों की संवेदनशील जानकारी लीक कर रहा था। राजस्थान CID (सिक्योरिटी) ने इस मामले की पुष्टि की थी। इस मामले में और जानकारी का इंतजार है।

    अब आगे क्या होगा?

    जिवन खान के मामले में अभी कई सवाल अनसुलझे हैं। उसकी गतिविधियों और पाकिस्तान से कथित रिश्तों की गहराई से जांच होगी। JIC में होने वाली पूछताछ से उम्मीद है कि इस जासूसी के जाल का और पर्दाफाश होगा। जैसलमेर में एक के बाद एक जासूसी के मामले सामने आने से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।

    (समाचार एजेंसी ANI के इनुपट के साथ)

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