एस जयशंकर ने विदेशी प्रतिनिधियों को जनऔषधि योजना के गिनाए फायदे, स्वास्थ्य मंत्री मांडविया भी रहे मौजूद
विदेश मंत्री एस जयशंकर और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों को जनऔषधि योजना के लाभों से अवगत कराया। साथ ही प्रस्ताव दिया कि इस पहल को उनके देशों में भी दोहराया जा सकता है।
By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 25 Feb 2023 12:12 AM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों को जनऔषधि योजना के लाभों से अवगत कराया और प्रस्ताव दिया कि इस पहल को उनके देशों में भी दोहराया जा सकता है।
जयशंकर ने कहा कि भारत अन्य देशों में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना की तर्ज में योजनाएं शुरू करने में सहयोग करेगा। दिल्ली में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) से संबंधित एक सम्मेलन में जयशंकर ने कहा कि यह परियोजना पिछले आठ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा समर्थित एक प्रमुख जन कल्याणकारी कार्यक्रम है।
उन्होंने कहा कि आम जनता तक दवाइयां पहुंचाने, उनकी लागत घटाने और उपलब्धता सुनिश्चित करने में यह परियोजना बेहद प्रभावी साबित हुई है। ऐसे में भारतीय विदेश मंत्रालय अन्य देशों के साथ अपनी विकास भागीदारियों में इस परियोजना को सम्मिलित करेगा। जयशंकर ने वादा किया कि भारत ऐसे औषधि केंद्र खोलने में अन्य देशों को सहयोग देगा।
सही कीमत में उपलब्ध कराएं दवाई
इस सम्मेलन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया भी मौजूद रहे। जयशंकर और मांडविया ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पीएमबीजेपी पहल के बारे में प्रस्तुतियां दीं। मांडविया ने कहा कि रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय का प्रयास है कि भारतीय फार्मास्यूटिकल्स उद्योग वैश्विक बाजार में अग्रणी भूमिका निभाए और विश्वभर में उचित कीमतों पर दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार 'सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निराम्याः' के मंत्र के अनुरूप अधिक से अधिक वैश्विक भलाई के लिए लगातार काम कर रही है।
इक्वाडोर ने भारत का जताया आभार
इस योजना के बारे में पीएमबीआई के सीईओ ने जानकारी दी। सम्मेलन के बाद प्रतिभागियों ने जनऔषधि आउटलेट का दौरा किया। इस अवसर पर भारत में इक्वाडोर के राजदूत फ्रांसिको टियोडोरो ग्वेरा ने सस्ती दवाइयों की आपूर्ति और उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भारत का आभार जताया। भारत में गांबिया के राजदूत ने कहा कि इस पहल से उनका देश लाभान्वित होगा।