'पता होना चाहिए राष्ट्रीय मुद्दे पर कौन कहां खड़ा है', साल 1998 का जिक्र करते हुए जयशंकर ने की वाजपेयी सरकार की तारीफ
भारत ने ( 1998 Pokhran Nuclear Test ) 11 और 13 मई 1998 को राजस्थान रेगिस्तान में पोखरण रेंज में उन्नत हथियार डिजाइन के पांच परमाणु परीक्षण किए थे । इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर (Jaishankar ) ने शनिवार को सत्तारूढ़ एनडीए सरकार के तहत 1998 में किए गए पोखरण परमाणु परीक्षण को याद किया और कहा कि इस फैसले ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित की है ।
एएनआई, नई दिल्ली। Pokhran Anniversary: 26 साल पहले, तत्कालीन एनडीए सरकार प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भारत ने परमाणु परीक्षण किए थे। यह भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा और भारत की परमाणु क्षमता के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण साबित हुआ था। भारत ने 11 और 13 मई 1998 को राजस्थान रेगिस्तान में पोखरण रेंज में उन्नत हथियार डिजाइन के पांच परमाणु परीक्षण किए थे।
1998 में किया था परमाणु परिक्षण, जयशंकर ने किया याद
इसी बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को 1998 में किए गए पोखरण परमाणु परीक्षण को याद किया और कहा कि इस फैसले ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित की है। जयशंकर ने आगे कहा कि एनडीए की वर्तमान सत्तारूढ़ सरकार पिछली 1998 की एनडीए सरकार के नक्शेकदम पर आगे बढ़ रही है, जिसका लक्ष्य आतंक का मजबूती से मुकाबला करना और सीमा पर बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है।
देश को पता होना चाहिए कि...
जयशकंर ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा, 'इस दिन 1998 में, एनडीए सरकार ने अंततः भारत के परमाणु हथियार का प्रयोग किया। उस महत्वपूर्ण निर्णय ने तब से हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित की है। वर्तमान एनडीए सरकार ने उस नींव पर मजबूती से आतंक का मुकाबला किया है और हमारी सीमा पर बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है।'मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि राजनीतिक विकल्प अंततः भारत के भविष्य के बारे में हैं। उन्होंने कहा, 'देश को पता होना चाहिए कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कौन कहां खड़ा है। हमारी राजनीतिक पसंद अंततः भारत के भविष्य के बारे में हैं।'
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