मेरा संदेश चीन को साफ-साफ पहुंच गया होगा... जयशंकर ने बताया कौन-सी दो चिंताओं से निपटना है बाकी
अरुणाचल प्रदेश में स्थानों का नाम बदलने की चीन की कोशिश के बारे में पूछे जाने पर मंगलवार को जयशंकर ने इसे मूर्खतापूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि चीन का ऐसा बार-बार करना अभी भी मूर्खतापूर्ण है। हालांकि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि अरुणाचल प्रदेश भारत का था है और हमेशा रहेगा। चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 30 नामों की लिस्ट जारी की है जिससे विवाद खड़ा हो गया है।
एएनआई, अहमदाबाद। Jaishankar On Arunachal Pradesh: चीन लगातार पूर्वोत्तर राज्य अरूणाचल प्रदेश पर अपना दावा करता आया है। हाल ही में उसने अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों के 30 नामों की लिस्ट जारी की है जिससे विवाद खड़ा हो गया है। इस बीच विदेश मंत्री एस. जयशकंर ने इसको लेकर चीन को जमकर फटकार लगाई।
भारत का है, था और रहेगा अरुणाचल
अरुणाचल प्रदेश में स्थानों का नाम बदलने की चीन की कोशिश के बारे में पूछे जाने पर मंगलवार को जयशंकर ने इसे मूर्खतापूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि चीन का ऐसा बार-बार करना अभी भी मूर्खतापूर्ण है। हालांकि, मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि अरुणाचल प्रदेश भारत का था, है और हमेशा रहेगा। जयशंकर ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि मूझे लगता है कि मेरा यह संदेश न केवल देश बल्कि देश के बाहर भी लोगों को साफ-साफ पहुंच गया होगा।
#WATCH | Ahmedabad: On being asked about China's attempt to rename places in Arunachal Pradesh, External Affairs Minister Dr S Jaishankar says, "We rightly called it 'senseless'. Doing it repeatedly is still senseless, so I want to be very clear, Arunachal Pradesh was, is, and… pic.twitter.com/TrRwZdyeiO— ANI (@ANI) April 2, 2024
पूरी दुनिया की समस्या है यह...
समुद्री मार्ग पर निर्भर व्यापारी समुदाय के लिए दीर्घकालिक योजना के बारे में पूछे जाने पर जयशंकर ने कहा 'यह सिर्फ गुजरात की समस्या नहीं है, बल्कि भारत या मैं कहूं तो पूरी दुनिया की समस्या है। लाल सागर में, दो चीजें हो रही हैं- एक, कुछ शक्तियां ड्रोन और मिसाइलों के माध्यम से शिपिंग पर हमला कर रही हैं। दूसरा- सोमालिया में समुद्री डाकू जहाजों पर कब्जा कर रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह उनके लिए एक अवसर है क्योंकि दुनिया की नज़र ड्रोन और मिसाइलों पर है।
इन दो मुद्दों पर जताई चिंता
जयशंकर ने कहा कि हमारे लिए, दो चिंताएं हैं- पहला, हमारा व्यापार पश्चिमी अरब सागर के माध्यम से होता है। दूसरा, मर्चेंट शिपिंग में, हमारे नागरिक बड़ी संख्या में हैं, हम फिलीपींस के साथ या तो नंबर 1 या 2 होंगे। इसलिए, अगर जहाज पर कोई हमला होता है, तो चालक दल के अधिकांश सदस्य हमारे नागरिक हैं और हम उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।'
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