New York: विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- भारतीय राजनीति और क्रिकेट टीम लोकतंत्र की मजबूती का सबसे बेहतर उदाहरण
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारतीय राजनीति और क्रिकेट टीम दो सबसे बेहतर उदाहरण और सबूत हैं कि लोकतंत्र गहरा हुआ है और यह वास्तव में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे पास गर्व करने के लिए काफी कुछ है।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Fri, 23 Sep 2022 12:59 PM (IST)
न्यूयार्क, PTI: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारतीय राजनीति और क्रिकेट टीम दो सबसे बेहतर उदाहरण और सबूत हैं कि लोकतंत्र मजबूत हुआ है और यह वास्तव में काम कर रहा है। जयशंकर ने इंडो अमेरिकन आर्ट्स काउंसिल (IAAC) के वाइस चेयरमैन राकेश कौल के साथ बातचीत में कहा जब वह भारतीय संसद, कैबिनेट, राजनीति में लोगों को और क्रिकेट टीम को देखते हैं तो पता चलता है कि कितना बदलाव आया है। उन्होंने कहा, 'खुद से पूछें, 10, 20 या 30 साल पहले इन लोगों की तुलना में हमारा राजनीतिक वर्ग कितना संकुचित था।'
भारतीय राजनीति और क्रिकेट टीम बना उदाहरण
जयशंकर ने कहा, 'अगर आप मुझ से लोकतंत्र की मजबूती और काम करने को लेकर उदाहरण या सबूत मांगेंगे तो मैं पहला उदाहरण भारतीय राजनीति और दूसरा उदाहरण क्रिकेट टीम का दूंगा।' उन्होंने कहा, 'हालांकि यह कोई मेरा निर्णय नहीं है, यह बस मेरा अवलोकन है। पहले भी बहुत प्रतिभाशाली लोग थे और शानदार चीजें थीं। मुझे कोई संदेह नहीं है। अगर आप आज राजनीति में लोगों को देखेंगे तो अलग-अलग लोग मिलेंगे।' उन्होंने कहा कि इसी तरह यह भारतीय क्रिकेट टीम पर लागू होता है।
पीएम भी बदलाव का हिस्सा
देश में हुए बदलाव को लेकर, जयशंकर ने कहा, 'मैं वास्तव में कहूंगा कि मोदी खुद इस बदलाव का एक हिस्सा है। तथ्य यह है कि उनके जैसा कोई व्यक्ति भारत का प्रधानमंत्री बन गया, जो यह दर्शाता है कि देश कितना बदल गया है।' उन्होंने कहा कि वह डिबेट्स पढ़ते हैं कि दुनिया भर में लोकतंत्र कैसा चल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में मतदान करने वाले लोगों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है और खासकर महिला मतदाताओं की संख्या में काफी इजाफा हुआ है।विदेश मंत्री ने कहा कि भारत में चुनावों में लोग हारते हैं और जीतते हैं लेकिन कोई प्रक्रिया को चुनौती नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास गर्व करने के लिए काफी कुछ है।ये भी पढ़ें: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने ब्रिटिश समकक्ष से भारतीयों की सुरक्षा को लेकर जताई चिंता, रोडमैप 2030 पर हुई बात