Jallikattu: तमिलनाडु में पोंगल पर हुआ जानलेवा खेल 'जल्लीकट्टू' का आगाज, पहले ही दिन घायल हुए दो पुलिसकर्मी समेत 45 लोग
Jallikattu तमिलनाडु में जल्लीकट्टू प्रतियोगिता का आगाज हो गया है। अवनियापुरम जल्लीकट्टू प्रतियोगिता के दौरान दो पुलिसकर्मी समेत 45 लोग घायल हो गए। 9 लोगों को इलाज के लिए मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल में रेफर किया गया है। बताते चलें कि तमिलनाडु में पोंगल के पर्व के साथ ही जल्लीकट्टू उत्सव शुरू होता है। प्रतियोगिता में शामिल लोग बैल को रोकने के लिए उसके कूबड़ का सहारा लेते हैं।
एएनआई, अवनियापुरम (तमिलनाडु)। तमिलनाडु के अवनियापुरम में जल्लीकट्टू प्रतियोगिता का आगाज हो गया है। अवनियापुरम जल्लीकट्टू प्रतियोगिता के दौरान दो पुलिसकर्मी समेत 45 लोग घायल हो गए।
दो पुलिसकर्मी सहित 45 लोग हुए घायल
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, आज से अवनियापुरम जल्लीकट्टू प्रतियोगिता शुरू हुई। इसमें दो पुलिसकर्मी सहित 45 लोगों को चोटें आई। जिनमें से 9 लोगों को इलाज के लिए मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल में रेफर किया गया है।
प्रतियोगिता शुरू होने से पहले की गई थी बैलों की जांच
दरअसल, मदुरै के अवनियापुरम में जल्लीकट्टू प्रतियोगिता शुरू होने से पहले बैलों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इसके बाद जल्लीकट्टू प्रतियोगिता शुरू की गई। हालांकि, जल्लीकट्टू प्रतियोगिता के दौरान कई लोगों को चोटें भी आई।#WATCH | Tamil Nadu: 45 people, including two police personnel, were injured in the Avaniapuram Jallikattu event and 9 people were referred to Government Rajaji Hospital in Madurai for further treatment. pic.twitter.com/Nx0SLNXI5E
— ANI (@ANI) January 15, 2024
मदुरै पुलिस ने जारी की थी चेतावनी
बता दें कि मदुरै पुलिस ने जल्लीकट्टू प्रतियोगिता को लेकर रविवार को स्थानीय लोगों को सचेत किया था। पुलिस ने कहा था कि जल्लीकट्टू कार्यक्रम के दौरान आपराधिक गतिविधि के कारण कोई घटना होती है, तो इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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क्या है जल्लीकट्टू प्रतियोगिता?
- बताते चलें कि तमिलनाडु में पोंगल पर्व के साथ ही जल्लीकट्टू उत्सव शुरू होता है।
- जल्लीकट्टू प्रतियोगिता के दौरान एक बैल को लोगों की भीड़ में छोड़ दिया जाता है। प्रतियोगिता में शामिल लोग बैल को रोकने के लिए उसके कूबड़ का सहारा लेते हैं।
- इस बुलफाइट का इतिहास 400-100 ईसा पूर्व का है।
- प्रतिभागियों और बैल दोनों को चोट लगने के जोखिम के कारण पशु अधिकार संगठनों ने इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
- हालांकि, मई 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में बैलों को वश में करने वाले खेल जल्लीकट्टू को अनुमति देने वाले तमिलनाडु सरकार के कानून को बरकरार रखा था।