Move to Jagran APP

जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने किया बहिष्कार

सर्वदलीय बैठक में पीडीपी, भाजपा, कांग्रेस, माकपा, भाकपा, नेशनल पैंथर्स पार्टी, डेमोक्रेटिक पार्टी नेशनलिस्ट, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी तथा अन्य पार्टी के वरिष्ठ सदस्य उपस्थित थे।

By Lalit RaiEdited By: Updated: Thu, 21 Jul 2016 03:03 PM (IST)
Hero Image

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घाटी में कानून-व्यवस्था के हालात पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस को छोड़कर बाकी पार्टियों के नेता पहुंचे।नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बैठक का बहिष्कार किया। सीएम मुफ्ती ने राज्य में शांति बहाली पर चर्चा के लिए सभी पार्टियों के नेताओं को बुलाया। आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद राज्य में हालात बिगड़ गए हैं। लगातार हो रहे विरोध-प्रदर्शनों और हिंसक झड़पों की वजह से कई इलाकों में बीते 12 दिनों से कर्फ्यू लागू है।

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने एक चिट्ठी लिखकर बैठक का विरोध किया और कहा कि विश्वसनीयता और मानवीय नेतृत्व के अभाव वाली सरकार में सर्वदलीय बैठक का कोई तुक नहीं बनता। पार्टी ने कहा कि बीते दिनों राज्य में जो कुछ हुआ है उससे पता चलता है कि नेतृत्व असरदार नहीं है।

कर्फ्यू में नहीं दी जाएगी ढील
अलगाववादियों की ओर से किसी तरह के बंद या हड़ताल का ऐलान न किए जाने के बाद गुरुवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दोपहर दो बजे के बाद कर्फ्यू में ढील देने का फैसला लिया गया था हालांकि बाद में इसे बदल दिया गया। प्रशासन ने कर्फ्यू में किसी तरह की ढील नहीं दी।

इस बैठक में घाटी के मौजूदा हालात तथा शांति एवं सामान्य स्थिति बहाल करने पर चर्चा हो रही है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस बैठक का बहिष्कार किया है।

उधर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बुधवार शाम अचानक श्रीनगर पहुंचकर पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर हालात का जायजा लिया। वह अाज मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से भी मुलाकात कर सकते हैं। माधव ने प्रदेश भाजपा नेताओं को देश की एकता, अखंडता और कश्मीर में लोकतंत्र की मजबूती से कोई समझौता किए बिना शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने में हर संभव सहयोग और प्रयास करने को कहा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हालात सामान्य बनाने में राज्य सरकार को हर संभव मदद देगा।

पढ़ेंः हिंसा भड़का कर कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उछालने की कोशिश

आतंकी बुरहान के मारे जाने के बाद पैदा हुए हालात, भाजपा नेताओं द्वारा अमन बहाली के लिए किए गए प्रयासों, श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा व वादी में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा को यकीनी बनाए जाने पर मुद्दों बात की। इस दौरान गुरुवार को होने वाली सर्वदलीय बैठक को लेकर भी पार्टी की रणनीति पर विचार-विमर्श हुआ।

कश्मीर घाटी में अब तक 46 लोगों की मौत

हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से कश्मीर में जारी प्रदर्शनों के बीच आज 13 दिन बाद दोपहर 2 बजे से 12 घंटे के लिए अलगाववादियों की हड़ताल में छूट रहेगी। इस छूट के बाद अगले चार दिन तक फिर हड़ताल जारी रहेगी। 6 दिन बाद आज अखबारों का भी प्रकाशन होगा। मरने वालों की संख्या 46 हो गई है, जबकि 3000 से ज्यादा घायल हुए है।

पढ़ेंः कश्मीर पर लोकसभा में हुई गरमागरम चर्चा, कांग्रेस ने रायशुमारी की मांग की