दिल्ली में जापानी विदेश मंत्री हयाशी, कहा- स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत जरूरी हिस्सा
जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने कहा कि भारत एक खुला एवं स्वतंत्र हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए अपरिहार्य भागीदार है और तोक्यो इस क्षेत्र में नई दिल्ली के साथ सहयोग को और बढ़ाने का इच्छुक है। हयाशी ने कहा कि जापान अपने जी 20 अध्यक्ष पद को सफल बनाने के लिए भारत के साथ काम करने के लिए बहुत उत्सुक है।
By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 28 Jul 2023 10:45 AM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। जापानी विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने शुक्रवार को कहा कि स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को सुनिश्चित करने के लिए भारत एक अपरिहार्य भागीदार है साथ ही, उन्होंने कहा कि टोक्यो और नई दिल्ली एक साथ इस क्षेत्र में सहयोग का और विस्तार करना चाहेगा।
यथास्थिति को बलपूर्वक बदलने की कोशिश नहीं होगी बर्दाश्त
भारत-जापान फोरम में एक संबोधन में, अतिथि मंत्री ने मई में समूह के हिरोशिमा शिखर सम्मेलन में जी 7 देशों के नेताओं के एक दावे का भी उल्लेख किया। इसमें कहा गया था कि बलपूर्वक यथास्थिति को बदलने के किसी भी प्रयास को कहीं भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
हयाशी ने कहा कि जापान अपने जी 20 अध्यक्ष पद को सफल बनाने के लिए भारत के साथ काम करने के लिए बहुत उत्सुक है, खासकर अंतर-सरकारी मंच के आगामी शिखर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए।
चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटना जरूरी
जापानी विदेश मंत्री ने कहा कि जब तक कि ग्लोबल साउथ के सामने आने वाली चुनौतियों से प्रभावी ढंग से नहीं निपटा जाता, तब तक अंतरराष्ट्रीय कानून को कायम रखने का आह्वान केवल एक नारे की तरह लगेगा।