JEE, NEET Exam 2020 News: परीक्षा टालने के लिए 6 राज्यों ने खटखटाया SC का दरवाजा, फैसले पर पुनर्विचार की अपील
देश में JEE-NEET परीक्षा को स्थगित किए जाने की मांग के बीच 6 राज्यों ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसले पर पुनर्विचार की अपील की है।
By Shashank PandeyEdited By: Updated: Fri, 28 Aug 2020 01:35 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। नई दिल्ली, जेएनएन। संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) करवाने का फैसला दे चुके सुप्रीम कोर्ट ने यूं तो शुक्रवार को भी विश्वविद्यालय की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने का निर्देश देकर अपना रुख जता दिया है। लेकिन कांग्रेस सहित विपक्षी दलों से जुड़ी छह राज्य सरकारों ने शुक्रवार को एकजुट होकर फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और परीक्षाएं टालने का आग्रह किया। इस पुनर्विचार याचिका में छात्रों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और जीवन को बचाने के लिए परीक्षाओं को कुछ समय के लिए टालने की गुहार लगाई गई है।
अगले दो दिन कोर्ट की छुट्टी होने के चलते इसकी सुनवाई अब अगले हफ्ते ही होगी। हालांकि एक सितंबर से जेईई शुरू हो जाएंगे जो छह सितंबर तक चलेंगे, जबकि नीट का आयोजन 13 सिंतबर को होगा।कोर्ट ने अपने 17 अगस्त के फैसले में कहा था कि परीक्षाएं तय समय पर ही होंगी, कोरोना से जिंदगी नहीं थम सकती। राज्य सरकारों ने इस पर पुनर्विचार की मांग की है। परीक्षाओं को स्थगित कराने को लेकर जो राज्य सरकारें सुप्रीम कोर्ट पहुंची हैं उनमें पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बंगाल, झारखंड और महाराष्ट्र शामिल हैं।
हालांकि इन परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग दिल्ली और ओडिशा भी कर रहे हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में दाखिल पुनर्विचार याचिका में इन राज्यों का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। पुनर्विचार याचिका से जुड़ी जानकारी देते हुए कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में सरकार छात्रों का जीवन दांव पर लगाने पर तुली हुई है। वह कोर्ट के सामने नए मुद्दों के साथ जा रहे हैं। साथ ही यह बताएंगे कि छात्रों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और जीवन को किस तरीके से परीक्षाओं के जरिये खतरे में डाला जा सकता है। यह परीक्षाएं नवंबर में भी हो सकती हैं।
एक वर्चुअल चर्चा में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस नेता व अधिवक्ता सिंघवी से जानना चाहा कि इस पर सुनवाई कब होगी। इस पर सिंघवी ने कहा कि एक सितंबर से पहले इसकी सुनवाई होना मुश्किल है। वैसे तो वह चाहेंगे कि कोर्ट इस पर तुरंत कोई फैसला ले। इस पर चौंकते हुए सोरेन ने कहा कि एक सितंबर से तो परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। सिंघवी ने इस दौरान केंद्र सरकार पर संघीय ढांचे की क्रूरता से हत्या करने का आरोप भी लगाया।
कांग्रेस ने शुरू की मुहिम
परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग को लेकर कांग्रेस ने सोशल मीडिया के जरिये एक मुहिम शुरू की है जिसे 'स्पीकअप फॉर स्टूडेंट सेफ्टी' नाम दिया है। इसे हैशटैग करते हुए दिनभर कांग्रेस के नेताओं ने अपने वीडियो जारी किए। खुद सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी इस मुहिम में शामिल हुए और उन्होंने छात्रों की सुरक्षा का हवाला देते हुए सरकार से कहा कि वह छात्रों से बात करे।
एनटीए ने राज्यों से मांगा सहयोगनेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने परीक्षाओं की तैयारियों को फिर से जांचा है। साथ ही सभी राज्यों से नए सिरे से संपर्क कर परीक्षाओं में सहयोग की मांग की। एजेंसी के मुताबिक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया और ऑल इंडिया मेडिकल साइंसेज के साथ मिलकर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर तैयार किया है। इसमें साफ तौर पर कहा गया है कि जेईई परीक्षा केंद्रों पर स्पर्श रहित (टच फ्री) प्रवेश दिया जाएगा।
19 लाख ने डाउनलोड किए प्रवेश पत्रशिक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि नीट और जेईई के 19 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, जेईई के कुल पंजीकृत 8.58 लाख अभ्यर्थियों में से 7.6 लाख ने और नीट के कुल पंजीकृत 15.97 लाख अभ्यर्थियों में से 11.49 लाख ने अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड किए हैं।