JN1 Virus Infection: 'JN.1 से बचाव के लिए बूस्टर डोज की जरूरत नहीं', विशेषज्ञों ने कहा कम खरतनाक है ये वैरिएंट
भारत में कोरोना का जेएन.1 वैरिएंट तेजी से पैर पसार रहा है इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रायल ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सतर्कता बरतने का नोटिस जारी किया है। इस बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जेएन.1 वैरिएंट से बचने के लिए बूस्टर डोज लेने की जरूरत नहीं है। बता दें कि जेएन. 1 वैरिएंट भारत सहित लगभग 41 देशों में फैल चुका है।
आईएएनएस, नई दिल्ली। भारत में कोरोना का जेएन.1 वैरिएंट तेजी से पैर पसार रहा है, इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रायल ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सतर्कता बरतने का नोटिस जारी किया है। इस बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जेएन.1 वैरिएंट से बचने के लिए बूस्टर डोज लेने की जरूरत नहीं है।
जेएन. 1 वैरिएंट भारत सहित लगभग 41 देशों में फैल चुका है। इसका पहला केस इस साल अगस्त महीने में लक्जमबर्ग में पाया गया था। इसके तेजी से फैलने की वजह से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के रूप में बांटा है।
हम बिना बूस्टर टीकों के JN.1 से बच सकते हैं- डॉक्टर
समाचार एजेंसी आईएएनएस को मणिपाल अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन के सलाहकार डॉक्टर प्रमोद वी. सत्या ने बताया, "मौजूदा टीके जेएन.1 वायरस संक्रमण को पूरी तरह से नहीं रोक सकते हैं, लेकिन यह वैरिएंट कम खतरनाक है। मुझे लगता है कि हम बिना बूस्टर टीकों के ही इससे बच सकते हैं।"जेएन.1 ओमिक्रॉन वेरिएंट का केवल एक सब वैरिएंट
डॉक्टर प्रमोद ने कहा कि जेएन.1 ओमिक्रॉन वेरिएंट का केवल एक सब वैरिएंट है। दो साल पहले हमने जो टीका लगवाया था, उसने खतरनाक ओमिक्रॉन वेरिएंट से हमारा बचाव किया था। इस नए JN.1 वैरिएंट की वजह से गंभीर बीमारी होने का कोई नया खतरा नहीं है।
बूस्टर टीका लगवाने की कोई जरूरत नहीं- डॉक्टर सत्या
डॉक्टर प्रमोद ने आगे कहा कि यह संक्रमण खांसी, जुकाम आदि की तरह ही बीमारी पैदा कर रहा है। मुझे नहीं लगता कि इससे घबराना चाहिए। फिलहाल बूस्टर टीका लगवाने की कोई जरूरत नहीं है।