पूरा देश पीएम मोदी का परिवार, 2047 के एक विकसित देश के रोडमैप को दर्शाता है संबोधन: जेपी नड्डा
लाल किले से दिए पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन को लेकर बीजेपी नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पीएम मोदी का आज का भाषण 2047 के एक विकसित देश के रोडमैप को दर्शाता है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि मोदी ने जनसांख्यिकी लोकतंत्र और विविधता की त्रिमूर्ति पर प्रकाश डाला। (फोटो एएनआई)
By Jagran NewsEdited By: Manish NegiUpdated: Tue, 15 Aug 2023 02:43 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। नड्डा ने लाल किले से दिए पीएम मोदी के भाषण पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। नड्डा ने कहा कि पीएम मोदी का आज का भाषण 2047 के एक विकसित देश के रोडमैप को दर्शाता है।
नड्डा ने आगे कहा, 'पीएम मोदी का भाषण देश को भ्रष्टाचार और वंशवाद से मुक्त करने की घोषणा थी। पूरा देश पीएम मोदी का परिवार है। उन्होंने सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन का संदेश दिया।
#WATCH | BJP National President JP Nadda says, "Today we have demography, democracy & diversity & they have the capacity to fulfill the country's dreams...This country has the potential to give numerous opportunities to the people...This shows that the country can become 'Vishva… pic.twitter.com/lLFhTv01uU
— ANI (@ANI) August 15, 2023
पीएम का संबोधन प्रेरणादायक
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पीएम के संबोधन को प्रेरणादायक बताया है। उन्होंने कहा कि पीएम ने अमृत काल 2047 के लिए भारत के लक्ष्यों को रखा है। तब भारत की स्वतंत्रता की शताब्दी मनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी ने जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और विविधता की त्रिमूर्ति पर प्रकाश डाला। इस बात पर जोर दिया कि पिछले दशक में, भारत वास्तव में विश्व मित्र के रूप में उभरा है।हम सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था
वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारत को प्रगति और विकास के मामले में दुनिया में शीर्ष स्थान पर ले जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, 'हम सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं। हमें तीसरे स्थान पर पहुंचना है। इसलिए हम सभी को शपथ लेनी चाहिए कि हम कड़ी मेहनत करेंगे और भारत को दुनिया में एक महाशक्ति बनाने के लिए सभी प्रयास करेंगे।'