'ये नहीं, वो नहीं... तो दिखाएं क्या', फिल्म Emergency को अब तक सेंसर बोर्ड की हरी झंडी का इंतजार, कंगना का छलका दर्द
Kangana Ranaut on Emergency कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की आगामी फिल्म इमरजेंसी (Emergency) रिलीज होने से पहले विवादों में घिर चुकी है। एक्ट्रेस ने खुलासा किया है कि उनकी फिल्म को अभी तक CBFC से मंजूरी नहीं मिली है। वहीं उन्होंने कहा कि हम पर दबाव बनाया जा रहा है कि फिल्म के कई सीन को काट दी जाए। उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए अपना दुख जाहिर किया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की आगामी फिल्म इमरजेंसी (Emergency) की रिलीज होने से पहले ही कानूनी पेंच फंस गई है। एक्ट्रेस ने खुलासा किया है कि उनकी फिल्म को अभी तक सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से मंजूरी नहीं मिली है।
सेंसर बोर्ड पर बनाया जा रहा दबाव: कंगना
फिल्म में कंगना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं। अभिनेता और सासंद कंगना ने कहा है कि उन्हें इस फिल्म को लेकर कई धमकियां मिल चुकी है। इतना ही नहीं सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन पर भी इस फिल्म को रिलीज की इजाजत न देने का दबाव बनाया जा रहा है।
वीडियो में कंगना ने बयां किया अपना दर्द
कंगना ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में उन्होंने कहा,"‘हमारी फिल्म क्लियर हो गई थी, लेकिन उसका सर्टिफिकेशन रोक लिया गया है, क्योंकि बहुत ज्यादा धमकी मिल रही है। सेंसर बोर्ड वालों को भी धमकी मिल रही है। हम पर यह दबाव है कि हम इंदिरा गांधी की मौत न दिखाएं, जरनैल सिंह भिंडरावाले को न दिखाएं, पंजाब दंगे के सीन न दिखाएं, फिर दिखाएं क्या। मुझे माफ करें, मेरे लिए यह समय और पैदा हुए इस हालात पर विश्वास कर पाना कठिन हो गया है। इस देश के एक स्टेट में यह सब हो रहा है।#Emergency pic.twitter.com/Klko20kkqY
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) August 30, 2024
इससे पहले कंगना एक पोस्ट में शायर साहिर लुधियानवी की लिखे एक गीत को पोस्ट करते हुए अपना दुख जाहिर किया। उन्होंने पोस्ट लिखा,ये महलों, ये तख्तों ये ताजों की दुनिया, ये इंसान के दुश्मन समाजों की दुनिया, ये दौलत के भूखे रिवाजों की दुनिया, हर एक जिस्म घायल, हर एक रूह प्यासी, निगाहों में उलझे दिलों में उदासी, ये दुनिया है या आलम-ए-बदहवासी, जवान जिस्म सजते हैं बाजार बनके, यहां प्यार होता है व्यापार बनके, वफा कुछ नहीं प्यार कुछ नहीं, यहां इंसान की चौकड़ी वह कुछ नहीं. ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है, ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है।