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'फिलिस्तीन को आजाद करो' स्कूटर पर बैठकर लड़कों ने की नारेबाजी; हिरासत में लिए गए 6 नाबालिग

कर्नाटक में फिलिस्तीनी झंडे के साथ दोपहिया गाड़ी चलाने के आरोप में 6 लड़कों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इसकी जानकारी दी है छह नाबालिगों को कथित तौर पर फिलिस्तीनी झंडा थामे दोपहिया वाहन चलाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामने आने के बाद पकड़ा गया।इसके साथ ही उन्होंने फिलिस्तीन को आजाद करो के नारे भी लगाए।

By Agency Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Mon, 16 Sep 2024 06:52 PM (IST)
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कर्नाटक में नाबालिग लड़कों ने लहराए फिलिस्तीनी झंडे (फोटो-सोशल मीडिया)

पीटीआई, चिक्कमगलुरु। कर्नाटक में फिलिस्तीनी झंडे के साथ दोपहिया गाड़ी चलाने के आरोप में 6 लड़कों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इसकी जानकारी दी है, छह नाबालिगों को कथित तौर पर फिलिस्तीनी झंडा थामे दोपहिया वाहन चलाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामने आने के बाद पकड़ा गया।

पुलिस ने आगे बताया कि यह घटना रविवार दोपहर करीब एक बजे यहां चिक्कमगलुरु शहर में दांतारामक्की रोड पर हुई। पुलिस के अनुसार, उनमें से तीन दोपहिया वाहन पर थे और पीछे बैठा एक 17 साल का लड़का कथित तौर पर फिलिस्तीनी झंडा पकड़ कर लहरा रहा था, जबकि उनके तीन दोस्त दूसरी बाइक पर उनका पीछा कर रहे थे। उन्होंने 'फिलिस्तीन को आजाद करो' के नारे भी लगाए।

दोनों वाहनों के साथ झंडे भी जब्त

इस घटना के सिलसिले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, हमने घटना में शामिल सभी छह लड़कों को पकड़ लिया। वे सभी नाबालिग हैं। हमने भारतीय न्याय संहिता की उचित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की धारा भी शामिल है। दोनों वाहनों को झंडे के साथ जब्त कर लिया गया है।

पुलिस ने आगे बताया, पूछताछ के दौरान, लड़कों ने कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में एक जुलूस के कुछ वीडियो देखे थे जिसमें लोगों को फिलिस्तीन के झंडे ले जाते हुए देखा गया था और इसलिए वे इंस्टाग्राम पर एक ऐसी ही रील बनाना चाहते थे। इससे पहले दिन में, भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और एमएलसी सीटी रवि ने आरोप लगाया कि बिना अनुमति के 20 से अधिक दो पहिया वाहनों और एक चार पहिया वाहनों में फिलिस्तीन का झंडा लेकर एक रैली आयोजित की गई थी।

'घटना को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए'

पुलिस ने आगे बताया, 'मुझे जानकारी मिली है कि कुछ प्रभावशाली लोगों ने अपने पक्ष में प्रभाव डालने की कोशिश की थी, 200 से अधिक लोग थाने के सामने आए थे, इसलिए स्पष्टीकरण मांगा गया और उन्हें जाने दिया गया। मैंने पुलिस से आग्रह किया कि एक विस्तृत जांच और उनके पीछे के नेटवर्क को नष्ट करने के लिए, घटना को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।'