Karnataka Bandh Today: कावेरी जल विवाद को लेकर आज कर्नाटक बंद, स्कूल-कॉलेज में छुट्टी; धारा 144 लागू
Cauvery Water Dispute कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच कावेरी जल विवाद लगातार बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। विवाद के चलते आज विभिन्न किसान संगठनों द्वारा कर्नाटक बंद बुलाया गया है। जिसे देखते हुए राज्य सरकार अलर्ट मोड पर है। इसके साथ ही शनिवार को मांड्या और बेंगलुरु में सभी स्कूलों और कॉलेजों को भी बंद कर दिया गया है।
#WATCH | Karnataka: Less number of passengers were seen at Vijayanagar Metro Station, Bengaluru because of the Bandh called by various organizations regarding the Cauvery water issue. pic.twitter.com/MFM5OslnmI
— ANI (@ANI) September 29, 2023
#WATCH | Pro-Kannada outfits in Karnataka's Mandya continue their protest over the Cauvery water release to Tamil Nadu. pic.twitter.com/96SwE38HF6
— ANI (@ANI) September 29, 2023
बेंगलुरु में सभी स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद
इस बीच उपायुक्त दयानंद KA ने यह भी बताया कि शनिवार को बेंगलुरु शहर के सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।KRV कार्यकर्ताओं ने लगाए 'कावेरी हमारी है' के नारे
इस दौरान केआरवी (cauvery bandh) कार्यकर्ताओं ने तमिलनाडु को नदी का पानी छोड़े जाने का विरोध करते हुए "कावेरी हमारी है" के नारे भी लगाए। केआरवी महिला विंग की अध्यक्ष अश्विनी गौड़ा ने कहा कि यह सभी कन्नड़ लोगों के एक साथ आने का समय है और मांग की है कि राज्य के निर्वाचित सांसदों को आगे आना चाहिए और इस मामले पर बोलना चाहिए और कर्नाटक के लोगों के लिए खड़े होना चाहिए या पद से इस्तीफा देना चाहिए।अभिनेता सिद्धार्थ के कार्यक्रम को रोका
तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच कावेरी नदी जल बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद के बीच, कर्नाटक रक्षण वेदिके स्वाभिमानी सेना के सदस्यों ने गुरुवार को अभिनेता सिद्धार्थ द्वारा उनकी फिल्म के लिए आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को रोक दिया और उनसे कार्यक्रम स्थल छोड़ने की मांग की। बता दें कि अभिनेता बेंगलुरु में अपनी आगामी फिल्म 'चिक्कू' का प्रचार कर रहे थे, जब कर्नाटक रक्षणा वेदिके स्वाभिमानी सेना के सदस्यों ने यह कहते हुए कार्यक्रम में बाधा डाली कि यह उनके लिए ऐसा करने का उचित समय नहीं है क्योंकि तमिलनाडु कर्नाटक से कावेरी नदी का पानी मांग रहा है।इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कावेरी जल विनियमन समिति (CWRC) की सिफारिश पर निराशा व्यक्त की थी, जिसने कर्नाटक को 28 सितंबर से 15 अक्टूबर, 2023 तक बिलिगुंडलू में 3000 क्यूसेक कावेरी पानी छोड़ना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया था।CWRC के आदेश को SC में देंगे चुनौती- सिद्धारमैया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, कावेरी जल नियामक समिति (CWRC) ने 3000 क्यूसेक पानी छोड़ने का आदेश दिया है, मैं पहले ही हमारे अधिवक्ताओं से बात कर चुका हूं। उन्होंने हमें इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का सुझाव दिया है। हम इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। हमारे पास तमिलनाडु को देने के लिए पानी नहीं है। यह मामला दशकों से कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच एक विवादास्पद मुद्दा रहा है और कावेरी नदी के पानी के बंटवारे को लेकर उनके बीच लड़ाई चल रही है, जो क्षेत्र के लाखों लोगों के लिए सिंचाई और पीने के पानी का एक प्रमुख स्रोत है।केंद्र ने जल-बंटवारे की क्षमताओं के संबंध में तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और पुडुचेरी के बीच विवादों का निपटारा करने के लिए 2 जून, 1990 को कावेरी जल विवाद न्यायाधिकरण (Cauvery Water Disputes Tribunal) का गठन किया था।कन्नड़ समर्थक संगठनों को लिया हिरासत में
बेंगलुरु पुलिस ने अट्टीबेले के पास कावेरी जल मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे कन्नड़ समर्थक संगठनों के सदस्यों को हिरासत में लिया।बेंगलुरु ग्रामीण जिले के अतिरिक्त एसपी मल्लिकार्जुन बालादंडी ने कहा कि हमने उचित व्यवस्था की है क्योंकि कई कन्नड़ समर्थक संगठनों ने बंद का आह्वान किया है। संगठनों के 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है... हमारे पास पर्याप्त कर्मचारी हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कुछ भी गलत न हो...यह भी पढ़ें- Cauvery Water Dispute: जल विवाद को लेकर हुई बैठक, कर्नाटक को तमिलनाडु के लिए 5000 क्यूसेक पानी छोड़ने का आदेश यह भी पढ़ें- Cauvery dispute: कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच बढ़ रहा विवाद, बेंगलुरु के तमिल बहुल इलाकों में बढ़ाई गई सुरक्षा#WATCH | Karnataka: Bengaluru Police detain members of pro-Kannada organisations, protesting over the Cauvery Water Issue, near Attibele. pic.twitter.com/XOzVcQ9e9s
— ANI (@ANI) September 29, 2023