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Karnataka: अपराध जांच विभाग को सौंपा गया हुबली छात्र हत्या मामला, स्पेशल कोर्ट का गठन; सीएम सिद्धारमैया ने दी जानकारी

कर्नाटक सरकार ने हुबली छात्र हत्या मामले को अपराध जांच विभाग को सौंपने और इसके शीघ्र निपटान के लिए एक विशेष अदालत स्थापित करने का फैसला किया है । मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा कि सीआईडी 12 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी । मंत्री ने कहा कि सीआईडी टीम आज हुबली जाएगी और जिला पुलिस से मामला अपने हाथ में लेगी।

By Agency Edited By: Nidhi Avinash Updated: Mon, 22 Apr 2024 07:35 PM (IST)
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अपराध जांच विभाग को सौंपा गया हुबली छात्र हत्या मामला (Image: ANI)
पीटीआई, शिवमोगा। कर्नाटक सरकार ने हुबली छात्र हत्या मामले को अपराध जांच विभाग को सौंपने और इसके शीघ्र निपटान के लिए एक विशेष अदालत स्थापित करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।

हुबली-धारवाड़ नगर निगम के कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमठ की 23 वर्षीय बेटी नेहा हिरेमठ की गुरुवार को बीवीबी कॉलेज परिसर में चाकू मारकर हत्या कर दी गई। आरोपी फयाज खोंडुनाईक मौके से भाग गया, जिसे बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। नेहा मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) प्रथम वर्ष की छात्रा थी और फैयाज पहले उसका क्लासमेट था।

CID को सौंपा जाएगा मामला

हुबली छात्र हत्या मामले में सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा 'हमने इसे सीआईडी को देने का फैसला किया है। हम इसके लिए एक विशेष अदालत स्थापित करेंगे। आरोप पत्र समयबद्ध तरीके से दायर किया जाना है और मामले का निपटारा करना है, इसलिए एक विशेष अदालत (गठित किया जाएगा)'मैं नेहा की हत्या की कड़ी निंदा करता हूं।'

गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा कि सीआईडी 12 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। मंत्री ने कहा, 'सीआईडी टीम आज हुबली जाएगी और जिला पुलिस से मामला अपने हाथ में लेगी। उन्होंने कहा कि इसमें और लोगों के शामिल होने का संदेह है।'

10/12 दिनों में सौंपेगी रिपोर्ट

परमेश्वर ने कहा कि मामला जो भी हो, सीआईडी जांच करेगी और 10 से 12 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। हमने यह समयसीमा तय की है। वे इसकी जांच में महीनों का समय नहीं लगा सकते। मुझे विश्वास है कि पीड़िता के माता-पिता को न्याय मिलेगा और सच्चाई सामने आएगी। इस बीच, एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं उनके (माता-पिता के) आवास पर नहीं जा पाया हूं। हमारे जिले के प्रभारी मंत्री और पार्टी कार्यकर्ता गये थे। एच के पाटिल (कानून मंत्री) भी जा रहे हैं। मैं जब हुबली जाऊंगा तो वहां जाऊंगा।'

सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान अपराध के मामलों में कमी आई है। उन्होंने कहा, '2023 (कांग्रेस शासन) में यह 1,295 (अपराध के मामले) थे, 2019-22 तक भाजपा के चार वर्षों के दौरान यह क्रमशः 1,300, 1,318, 1,342, 1,370 थे।'

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