कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख शिवकुमार ने रची थी नकदी छिपाने की साजिश, आरोप पत्र दाखिल कर ईडी ने कही यह बात
ईडी ने कहा है कि कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने अपने चार सहयोगियों के साथ मिलकर करोड़ों रुपये की अघोषित नकदी को छिपाने की आपराधिक साजिश रची थी। मनी लांड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत में दाखिल आरोप पत्र में ईडी ने यह बात कही है।
By Amit SinghEdited By: Updated: Sat, 02 Jul 2022 03:52 AM (IST)
नई दिल्ली, प्रेट्र: ईडी ने कहा है कि कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने अपने चार सहयोगियों के साथ मिलकर करोड़ों रुपये की अघोषित नकदी को छिपाने की आपराधिक साजिश रची थी। बाद में आयकर विभाग ने कांग्रेस नेता से जुड़े परिसरों पर छापे मारकर करोड़ों रुपये जब्त कर लिया था।
मनी लांड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत में दाखिल आरोप पत्र में ईडी ने यह बात कही है। दिल्ली स्थित पीएमएलए अदालत में एजेंसी ने पिछले सप्ताह 60 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया। अगस्त 2017 में आयकर विभाग ने कथित कर चोरी के मामले में शिवकुमार और उनके व्यापारिक सहयोगी तथा शराब कारोबारी सचिन नारायण के दिल्ली स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी।
शिवकुमार के एक अन्य सहयोगी सुनील कुमार शर्मा, दिल्ली स्थित कर्नाटक भवन के कर्मचारी ए हनुमंतैया और राज्य सरकार के पूर्व कर्मचारी राजेंद्र एन के ठिकानों पर भी आयकर छापे पड़े थे। छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने 8.59 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की थी। इनमें से 41 लाख रुपये से अधिक की राशि को शिवकुमार की कर देयता के रूप में समायोजित कर दिया गया है। 7.58 लाख रुपये को शर्मा की कर देयता मानी गई। इन दोनों ने छापेमारी में मिले रुपये को कृषि और व्यापार की आमदनी बताया था।
आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोप में बेंगलुरु की एक अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया। इस आरोप पत्र का संज्ञान लेते हुए ईडी ने भी 2018 में मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज कर लिया।