Karnataka के अरबी स्कूलों में नहीं हो रहा गाइडलाइन का पालन, शिक्षा मंत्री बोले- पिछड़ रहे यहां के बच्चे
कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि सभी अरबी विद्यालय कर्नाटक शिक्षा कानून के तहत पंजीकृत हैं और वे कर्नाटक सरकार के नियम-कानून मानने के लिए बाध्य हैं। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sat, 29 Oct 2022 02:48 PM (IST)
बेंगलुरु, एजेंसी। कर्नाटक के शिक्षा मंत्रालय द्वारा हालिया में किए गए एक सर्वेक्षण में बताया गया है कि राज्य में अरबी स्कूल राज्य शिक्षा विभाग द्वारा जारी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि ऐसे स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को अन्य स्कूलों के छात्रों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए पर्याप्त रूप से तैयार नहीं किया गया है।
शिक्षा विभाग के नियमों का पालन नहीं कर रहे स्कूल
कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि हमने उन स्कूलों का एक सर्वेक्षण करने का फैसला किया। जिसमें पाया गया कि अधिकांश अरबी स्कूल राज्य शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित किए गए निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं। हमने सहायक आयुक्त से इसकी समीक्षा करने के लिए कहा है और रिपोर्ट मिलने के बाद ही इन पर कार्रवाई की जाएगी।
अरबी विद्यालयों में सही नहीं है शिक्षा का स्तर- नागेश
शिक्षा मंत्री बीसी नागेश के मुताबिक, कर्नाटक के अरबी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें भी सामने आई हैं। समाचार एजेंसी एएनआई को बताते हुए शिक्षा मंत्री नागेश ने कहा कि हमें शिकायतें मिली हैं कि अरबी विद्यालयों के विद्यार्थी दूसरे स्कूलों में पढ़ने वाले अन्य विद्यार्थियों की बराबरी करने में सक्षम नहीं हैं। क्योंकि अरबी विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सही नहीं है।कर्नाटक में मौजूद हैं 203 अरबी विद्यालय
इस सर्वेक्षण के अनुसार, कर्नाटक राज्य में लगभग 203 अरबी विद्यालय हैं, जिनमें से अधिकांश उत्तरी कर्नाटक और तटीय क्षेत्रों में स्थित हैं। ये सभी राज्य शिक्षा विभाग के तहत पंजीकृत हैं। नागेश के मुताबिक, इन स्कूलों को मंत्रालय द्वारा दिए गए नियमों का पालन करना होता है, लेकिन ज्यादातर स्कूल इनका पालन नहीं कर रहे हैं। सर्वेक्षण में यह भी पाया गया है कि इन अरबी स्कूलों के छात्रों को अन्य भाषाएं और विज्ञान नहीं पढ़ाया जाता है। शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि बहुत कम अरबी स्कूल हैं, जो निर्धारित पाठ्यक्रम का पालन कर रहे हैं और परिणामस्वरूप छात्र अन्य छात्रों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में असमर्थ हैं।
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