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कर्नाटक सरकार ने किया संविधान की प्रस्तावना पढ़ने का मेगा कार्यक्रम आयोजित, देश-विदेश से लाखों लोग हुए शामिल

कर्नाटक सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस समारोह के हिस्से के रूप में संविधान की प्रस्तावना पढ़ने का कार्यक्रम शुक्रवार को आयोजित किया। इस कार्यक्रम में भारत और विदेशों से एक ही समय में लाखों लोगों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सभा को संबोधित किया और कहा कि कांग्रेस सरकार ने पांच गारंटियों में से चार को पूरा किया है और राज्य सरकार अपनी बात पर कायम रही है।

By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Fri, 15 Sep 2023 01:36 PM (IST)
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कर्नाटक सरकार ने किया संविधान की प्रस्तावना पढ़ने का मेगा कार्यक्रम आयोजित (फोटो- DK शिवकुमार ट्विटर हैंडल)

बेंगलुरु, एजेंसी। कर्नाटक सरकार ने शुक्रवार को 'अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस' समारोह के हिस्से के रूप में संविधान की प्रस्तावना पढ़ने का एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में भारत और विदेशों से एक ही समय में लाखों लोगों ने भाग लिया।

न्यूज एजेंसी PTI के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार और कई अन्य अतिथियों के साथ यहां 'विधान सौध' से प्रस्तावना पढ़कर समारोह का नेतृत्व किया, जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे और अन्य लोग शामिल हुए।

— DK Shivakumar (@DKShivakumar) September 15, 2023

कांग्रेस सरकार ने अपनी 5 गारंटियों को किया पूरा

सभा को संबोधित करते हुए, सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पांच 'गारंटियों' (चुनाव पूर्व वादे) में से चार को पूरा किया है और राज्य सरकार अपनी बात पर कायम रही है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, संविधान की रक्षा प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। कर्नाटक के समाज कल्याण मंत्री HC महादेवप्पा ने बुधवार को कहा था कि देश और विदेश के सभी क्षेत्रों से लगभग 2.28 करोड़ लोगों ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के लिए पंजीकरण कराया है।

उन्होंने कहा था, देश-विदेश से 2,27,81,894 लोगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। हमें उम्मीद थी कि 5 या 10 लाख लोग पंजीकरण कराएंगे, लेकिन यह एक बड़ा आंदोलन बन गया है।

देश-विदेश से लाखों हुए कार्यक्रम में शामिल

उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट, निजी, सरकारी और बैंकिंग क्षेत्रों के लोग, उद्योगों के लोग और कई देशों के NRI भाग लेने के लिए आगे आए हैं और उन्होंने भी अपना पंजीकरण कराया है।

महादेवप्पा ने कहा, इसका उद्देश्य लोगों, विशेषकर युवाओं को लोकतंत्र और संविधान के विचार को समझाना है और इस तरह वे प्रस्तावना के मुख्य उद्देश्य, सम्मान, स्वतंत्रता और समानता के साथ जीवन जीना जानते हैं।

समाज कल्याण विभाग ने कहा था कि जो कोई भी उसी दिन (15 सितंबर) और मुख्य कार्यक्रम के एक ही समय पर संविधान पढ़ना चाहता है और कर्नाटक सरकार द्वारा जारी भागीदारी प्रमाण पत्र प्राप्त करना चाहता है, उसे पंजीकरण करना होगा।

बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

इसमें कहा गया है कि 15 सितंबर को, वे प्रस्तावना पढ़ते हुए एक वीडियो या तस्वीर अपलोड कर सकते हैं, जिसके बाद उन्हें उसी वेबसाइट से भागीदारी प्रमाणपत्र (participation certificates) डाउनलोड करने की मंजूरी मिल जाएगी।

मंत्री ने सभी स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों के अलावा राज्य सरकार के सभी औपचारिक कार्यों में प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य बनाने के महत्व के बारे में बात की।

इस बीच, मेगा इवेंट के मद्देनजर, बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने भी यातायात को कम करने के लिए वाहनों को डायवर्ट किया और साथ ही एक एडवाइजरी भी जारी की।

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