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बेंगलुुरु को जाम से बचाने के लिए कोलार गोल्ड फील्ड में बसेगा शहर

बेंगलुरु शहर के विकल्प के तौर पर कर्नाटक सरकार कोलार गोल्ड फील्ड की खाली जमीन पर नया शहर बसाने की योजना पर काम कर रही है।

By Lalit RaiEdited By: Updated: Wed, 08 Mar 2017 11:36 AM (IST)
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बेंगलुुरु को जाम से बचाने के लिए कोलार गोल्ड फील्ड में बसेगा शहर

 नई दिल्ली(जेएनएन)। दक्षिण भारत के कुछ चुनिंदा शहरों में शामिल बेंगलुरु अपनी आबोहवा के लिए माना जाता है। लेकिन बेंगलुरु शहर बढ़ते वायु प्रदूषण, जनदबाव, यातायात की बढ़ रही समस्या की वजह से ये शहर दम तोड़ रहा है। बेंगलुरु को इन समस्याओं से बचाने के लिए कर्नाटक सरकार 100 किमी दूर कोलार गोल्ड फील्ड की खाली पड़ी जमीन पर एक नए शहर को बसाने की योजना पर काम कर रही है। बताया जा रहा है कि सरकार की इस योजना से करीब 20 लाख लोगों को नए शहर में बसाया जाएगा। 

केजीएफ में नया शहर

कर्नाटक के शहरी विकास मंत्री आर रोशन बेग ने बताया कि कोलार गोल्ड फील्ड(केजीएफ) की करीब 11 हजार एकड़ खाली जमीन पर शहर को बसाया जाएगा।शहरी विकास मंत्री ने बताया कि जिस तरह से चेन्नई शहर को पानी सप्लाई देने के लिए डिसैलिनाइजेश प्लांट लगाया गया है, ठीक वैसे ही केजीएफ को पानी की आपूर्ति की जाएगी। केजीएफ में पानी की आपूर्ति के लिए मेंगलुरु में डिसैलिनाइजेशन प्लांट लगाया जाएगा और येतीनहोल पाइपलाइन प्रोजेक्ट का इस्तेमाल किया जाएगा। शहरी विकास मंत्री ने बताया कि डिसैलिनाइजेशन प्लांट के लिए वैश्विक स्तर पर टेंडर मंगाए जा रहे हैं। प्लांट को बनाने में कितना खर्च आएगा, इस संबंध में कुछ कह पाना मुश्किल है। 

बेंगलुरु को जाम से मिलेगी आजादी

बताया जा रहा है कि केजीएफ को पुनर्जीवित करने के लिए केंद्र सरकार पिछले 15 साल से कोशिश कर रही है।लेकिन कुछ खास सफलता नहीं मिल सकी। लेकिन अब कर्नाटक सरकार के इस प्रस्ताव से सरकार के अंदर और बाहर दोनों पक्ष आश्चर्य कर रहे हैं। रोशन बेग ने कहा कि केजीएफ को पुनर्जीवन देने में नाकाम रहने के बाद अब सरकार आवासीय क्षेत्र बनाने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सैद्धांतिक तौर पर आवासीय इकाइयों को बनाने की अनुमति दे दी है। पिछले 150 साल से लगातार दोहन के बाद भारत गोल्ड माइंस ने 2001 में वाणिज्यिक गतिविधियों को रोक दिया था। 

 सैटेलाइट टाउन बनाने की योजना

केजीएफ को लैंडफिल साइट में बदले जाने के एक प्रस्ताव पर स्थानीय लोगों ने विरोध किया था। बताया जा रहा है कि कर्नाटक कंपोस्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने लैंडफिल साइट में बदलने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन इस प्रस्ताव का जमकर विरोध हुआ था। कर्नाटक सरकार ने करीब 3500 करोड़ की लागत से चार डिसैलिनाइजेशन प्लांट की स्थापना का फैसला किया है। ये प्लांट उडुपी, मेंगलुरु, शालिग्राम और कुंडपुरा में ये प्लांट लगाए जाएंगे। इसके अलाला डोडाबल्लापुर, बिडाड़ी और हारोहोली में सैटेलाइट टाउन बसाया जाएगा।

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