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Karnataka: कर्नाटक सरकार लोकगीत संग्रहालय को संरक्षित करने के लिए करेगी सहायता- सीएम बोम्मई

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि राज्य सरकार मैसूर विश्वविद्यालय में पीआर थिप्पेस्वामी द्वारा स्थापित एक लोकगीत संग्रहालय के संरक्षण के लिए हर संभव सहयोग करेगी। साथ ही बेंगलुरु में किसी भी सड़क का नाम जाने-माने कलाकार थिप्पेस्वामी के नाम पर रखा जाएगा।

By Versha SinghEdited By: Versha SinghUpdated: Sun, 05 Mar 2023 08:36 AM (IST)
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कर्नाटक सरकार लोकगीत संग्रहालय को संरक्षित करने के लिए करेगी सहायता

बेंगलुरु (कर्नाटक), एजेंसी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि राज्य सरकार मैसूर विश्वविद्यालय में पीआर थिप्पेस्वामी द्वारा स्थापित एक लोकगीत संग्रहालय के संरक्षण के लिए हर संभव सहयोग करेगी।

शनिवार को यहां पीआर थिप्पेस्वामी फाउंडेशन द्वारा आयोजित थिप्पेस्वामी के जन्म शताब्दी समारोह में बोम्मई ने कहा, दिवंगत कलाकार ने लोककथाओं को पेंटिंग से जोड़ा और संग्रहालय का निर्माण किया। बीबीएमपी आयुक्त को निर्देश दिया जाएगा कि वे बेंगलुरु में किसी भी सड़क का नाम जाने-माने कलाकार थिप्पेस्वामी के नाम पर रखें।

बोम्मई ने कहा कि समय की जरूरत है कि इसे संरक्षित किया जाए। सरकार उनके नाम पर एक बंदोबस्ती व्याख्यान और कला प्रदर्शनी आयोजित करने में सहयोग करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वे थिप्पेस्वामी की जन्म शताब्दी मना रहे हैं और इससे पता चलता है कि उनका जीवन कितना महत्वपूर्ण था। प्रत्येक व्यक्ति को कुछ विशेष चरित्र और समझ प्राप्त होती है जो उन्हें उस व्यक्ति को समझने में मदद करेगी। जीवन में बहुत सारे मोड़ आएंगे और जो अपना रास्ता तय करेंगे वे अपने कदम पीछे छोड़ देंगे।

सीएम बोम्मई ने कहा कि कलाकारों का जीवन कठिन होता है। थिप्पेस्वामी की रचनाएं अनुकरणीय हैं और मलनाड क्षेत्र को प्रभावित करती हैं। दिवंगत कलाकार ने न केवल पेंटिंग की, बल्कि एक संग्रहालय भी बनाया। लोककथाओं को समृद्ध करने वाले थिप्पेस्वामी का नाम हमेशा के लिए रहना चाहिए।

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