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Kannada Protest: बेंगलुरु में कन्नड़ समर्थकों के बवाल के पीछे नारायण गौड़ा का नाम, पढ़ें क्यों किया गया गिरफ्तार

Kannada Protest कर्नाटक रक्षणा वेदिके के कुछ कार्यकर्ताओं ने कन्नड़ भाषा को लेकर उत्पात मचाते हुए उन दुकानों में तोड़फोड़ की जिनके साइनबोर्ड कन्नड़ में नहीं लिखे थे। इस मामले ने एक बार फिर भाषा की बहस छेड़ दी। सिद्धारमैया ने साइनबोर्ड पर 60 फीसद कन्नड़ को अनिवार्य बनाने के लिए अध्यादेश लाने का वादा किया। इस बीच नारायण गौड़ा की कांग्रेस नेतृत्व से निकटता पर सवाल उठा रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Mahen Khanna Updated: Fri, 29 Dec 2023 12:52 PM (IST)
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Kannada Protest कौन हैं नारायण गौड़ा जानें।
जेएनएन, बेंगलुरु। Kannada Protest कर्नाटक में बीते बुधवार कन्नड़ समर्थकों ने काफी हिंसक प्रदर्शन किया। हिंसक प्रदर्शन के पीछे टीए नारायण गौड़ा का हाथ बताया गया। मामले में गौड़ा और उसके 29 सहयोगियों को बेंगलुरु में गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। 

दरअसल, कर्नाटक रक्षणा वेदिके के कुछ कार्यकर्ताओं ने कन्नड़ भाषा को लेकर उत्पात मचाते हुए उन दुकानों में तोड़फोड़ की जिनके साइनबोर्ड कन्नड़ में नहीं लिखे थे। इस मामले ने एक बार फिर भाषा की बहस छेड़ दी। 

बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने साइनबोर्ड पर 60 फीसद कन्नड़ को अनिवार्य बनाने के लिए अध्यादेश लाने का वादा किया है। विवाद के बीच, नारायण गौड़ा की कांग्रेस नेतृत्व से निकटता पर सवाल उठा रहे हैं। आइए जानें गौड़ा आखिर कौन हैं.. 

  • नारायण गौड़ा कर्नाटक रक्षणा वेदिके के प्रदेश प्रमुख हैं। संगठन का स्लोगन है 'कन्नड़ जाति है, कन्नड़ धर्म है और कन्नड़ भगवान है'।
  • नारायण गौड़ा की कर्नाटक रक्षणा वेदिके ने ही कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद में भी बड़ी भूमिका निभाई थी।
  • नारायण गौड़ा ने कुछ समय पहले भी अपने खून से पीएम मोदी को पत्र लिखकर कावेरी नदी जल मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था।
  • गौड़ा के संगठन पर पैसे वसूलने का भी आरोप लगा है।
  • नारायण गौड़ा की सबसे ज्यादा चर्चा उस समय हुई थी जब 2005 में बेलगावी को महाराष्ट्र में शामिल करने का प्रस्ताव पारित करने के बाद गौड़ा ने बेलगावी निगम के तत्कालीन मेयर विजय मोरे के चेहरे पर कालक पोत दी थी।

डी के शिवकुमार ने दिया ये बयान 

राज्य के डिप्टी सीएम शिवकुमार ने इस घटना पर कहा कि हमने किसी को विरोध करने से नहीं रोका, लेकिन उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है जिन्होंने कानून को अपने हाथ में लिया। शिवकुमार ने कहा कि सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए है और वो इसके लिए हर सही कदम उठाएगी।